चिराग और रोहिणी की किस्मत लगी है दांव पर,बिहार में एनडीए पड़ी कमजोर!

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर देश में 4 चरण का वोटिंग समाप्त हो चुकी है..बिहार में 5 लोकसभा सीटों पर आज पांचवें चरण का मतदान हो रहा है..इन 5 सीटों में हाजीपुर,सारण,मुजफ्फरपुर,मधुबनी और सीतामढ़ी शामिल है..जिसमे सबसे ज्यादा लाइमलाइट वाली सीट फिलहाल सारण बनी हुई है..एक नजर में देखें तो सभी सीटों पर एनडीए और महागठबंधन के प्रत्याशियों में आर-पार का मुकाबला दिख रहा है..लोकसभा चुनाव 2019 में इन पांचों सीट पर एनडीए के प्रत्याशियों की जीत हुई थी..लेकिन इस बार का समीकरण कुछ और दिख रहा है..एक तरफ लालू यादव,राहुल गांधी और मुकेश सहनी बिहार में पूरी ताकत लगाए हुए हैं..तो वहीं दूसरी तरफ पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार लगातार रैली करते रहे हैं..क्योंकि एनडीए के सामने इस बार चुनाव में बड़ी चुनौती है..कि पिछली बार की तरह पांचों सीट जीत हासिल करे..और महागठबंधन के सामने चुनौती है कि एनडीए के पांचों सीट में सेंध लगाया जाए..सबसे पहले हम बात करेंगे सारण लोकसभा सीट की जहां पर दो दिगज नेताओं का इज्जत दांव पर लगा हुआ है..एनडीए की ओर से बीजेपी ने इस सीट पर राजीव प्रताप रूडी को फिर मौका दिया है तो वहीं महागठबंधन की ओर से राजद ने रोहिणी आचार्य को चुनावी मैदान में उतारा है..एक ओर पिछले दो बार से सांसद रहे राजीव प्रताप रूडी तीसरी बार जीत का दावा कर रहे हैं तो वहीं रोहिणी आचार्य पहली बार चुनावी मैदान में उतरी है..राजीव प्रताप रूडी के लिए बीजेपी के सभी बड़े नेताओं ने रैली करते हुए उनके पक्ष में मतदान करने के लिए अपील की है..तो वहीं रोहिणी आचार्य भी लगातार कैंप करते हुई नजर आईं हैं..खुद लालू प्रसाद यादव,राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव ने इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए खूब पसीना बहाया है..वहीं अगर दूसरी लोकसभा सीट मधुबनी की बात करें तो यहां से बीजेपी ने अशोक यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है..वहीं इनके खिलाफ राजद ने दरभंगा से चार बार के सांसद रहे अली अशरफ फातमी को उतारा है..क्योंकि मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में तीन विधानसभा ऐसा हैं जिसमें मुस्लिमों की संख्या ज्यादा है..इसीलिए इस बार राजद ने एक दिग्गज चेहरा को मैदान में उतरा है..अशोक यादव को इस बार चुनाव में काफी मेहनत करनी पड़ रही है..क्योंकि मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में MY समीकरण प्रभावी है..जिसके वजह से इस बार इस सीट पर कांटे की टक्कर है..वहीं तीसरी सीट लोकसभा की बात करें तो सीतामढ़ी सीट से जदयू ने बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया है..जबकि राजद ने एक बार फिर से अर्जुन राय पर अपना भरोसा जताया है..पिछले दो लोकसभा चुनाव में सीतामढ़ी सीट से एनडीए के प्रत्याशी की हीं जीत हो रही है..चौथी सीट की बात करें तो हाजीपुर भी हॉट सीट बन चुकी है..अपने चाचा से काफी विवाद के बाद चिराग पासवान यहां से चुनाव लड़ रहे हैं..हालांकि बाद में पशुपति पारस ने अपने भतीजे को समर्थन करने का ऐलान कर दिया था..चिराग पासवान को टक्कर देने के लिए इस सीट पर राजद ने शिवचंद्र राम को उतारा है..आरजेडी को अपने परंपरागत MY समीकरण पर भरोसा है..राजद प्रत्याशी को रविदास समाज का वोट मिलने की भी उम्मीद है..यही कारण है कि तेजस्वी यादव दावा कर रहे हैं कि इस बार इस सीट पर उनके प्रत्याशी की जीत निश्चित है..मुजफ्फरपुर में भी इस बार दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला रहा है..क्योंकि बीजेपी ने नया चेहरा राज भूषण चौधरी को चुनावी मैदान में उतार दिया है..तो कांग्रेस ने अजय निषाद को अपना प्रत्याशी बनाया है..कहा जा रहा है की इन दोनो के बीच में सीधी लड़ाई दिख रही है..नरेंद्र मोदी के चेहरे के सामने वहां के मतदाताओं को और कुछ नहीं दिख रहा है..जिसका लाभ भाजपा के प्रत्याशी को मिल रहा है..अजय निषाद को राजद के मुस्लिम यादव समीकरण का भरोसा है लेकिन पिछले कार्यकाल में उनकी कोई बड़ी उपलब्धि नहीं रहने के कारण उनके सामने चुनौती बढ़ गई है..