प्राण प्रतिष्ठा में नहीं जाने वाले लालू के बयान पर सम्राट ने किया पलटवार,कहा-रथ यात्रा को रोकने वाले लालू यादव को बुला कौन रहा है?

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बुधवार (17 जनवरी) को बयान दिया कि वो राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में नहीं जाएंगे. लालू के इस बयान पर बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) ने प्रतिक्रिया देते हुए दो टूक में जवाब दिया. सम्राट चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि उनको बुला कौन रहा है?सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार ही नहीं पूरा देश जानता है लाल कृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार कराने वाले लालू प्रसाद यादव थे. रथ यात्रा को रोकने वाले भी लालू प्रसाद यादव थे, तो उनको बुला कौन रहा है? इसके बावजूद मैं साफ तौर पर कहता हूं कि नीतीश कुमार भगवान राम के वंशज हैं और लालू प्रसाद यादव भगवान कृष्ण के वंशज हैं, दोनों युगों में दोनों एक ही चेहरे रहे हैं. भगवान राम और भगवान कृष्ण जब एक ही हैं तो सबको राम मंदिर की पूजा करने जाना चाहिए. 450 साल का सपना साकार हो रहा है.वहीं दूसरी ओर सम्राट चौधरी ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर दावा करते हुए कहा कि पिछली बार 2019 में लालू यादव की पार्टी आरजेडी और भाकपा माले का खाता तक नहीं खुला था. इस बार इंडिया गठबंधन का खाता नहीं खुलेगा. बिहार की 40 की 40 सीट एनडीए जीतेगी. बिहार की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में मन बना चुकी है.जब पत्रकारों ने पूछा कि जीतन राम मांझी कह रहे हैं कि नीतीश कुमार फिर पलटी मारेंगे. इसके जवाब में सम्राट चौधरी ने कहा कि जीतन राम मांझी बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. नीतीश कुमार के बारे में उनका अनुभव लंबा रहा है.आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र के बयान पर कि लालू के आशीर्वाद से नीतीश कुमार सीएम हैं इस पर सम्राट चौधरी ने प्रतिक्रिया दी. कहा कि यह नहीं भूलना चाहिए कि लालू प्रसाद यादव अगर मुख्यमंत्री बने थे तो नीतीश कुमार की वजह से ही वह मुख्यमंत्री बन पाए थे. नीतीश कुमार अगर मुख्यमंत्री बने थे तो स्वर्गीय विलास पासवान के सहयोग से ही बने थे. बिना रामविलास और शरद यादव के सहयोग से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बन सकते थे. आरजेडी विधायक को 1990 की बातों को याद रखना चाहिए।