कुशवाहा के साथ राजनीति करेंगे तेजस्वी,NDA को फिर से सिखाएंगे सबक

बिहार में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसको लेकर तमाम राजनीतिक दल तैयारियों में जुट गए हैं. इस बीच पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा ने अपने पति विजय कुशवाहा के साथ राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का दामन थाम लिया है. बुधवार यानि कि बीते दिन हीं दिन को पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मौजूदगी में दोनों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।रेणु कुशवाहा के साथ ही पप्पू यादव की जाप (जन अधिकार पार्टी) के प्रदेश अध्यक्ष रहे राघवेंद्र सिंह कुशवाहा समेत कई नेता आरजेडी में शामिल हो गए हैं. रेणु कुशवाहा इससे पहले जनता दल यूनाइटेड (JDU) और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में रह चुकी हैं.

बिहार की राजनीतिक में वो एक बड़े नेता के तौर पर जानी जाती हैं. ऐसे में RJD में उनका जाना पार्टी के लिए फायदेमंद हो सकता है तो वहीं एनडीए के लिए ये एक बड़ा झटका है.तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा आज पूर्व मंत्री श्रीमती रेणू कुशवाहा जी, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी श्री विजय सिंह जी, जाप के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री राघवेंद्र कुशवाहा जी, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी श्री राजीव कोयरी जी सहित अनेक गणमान्य लोगों ने प्रदेश पार्टी कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में पार्टी ज्वाइन की।इसके साथ ही उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. तेजस्वी ने अपनी पोस्ट में कहा ‘समाज के हर वर्ग के लोग 20 वर्षों की NDA सरकार से त्रस्त है. मुख्यमंत्री जी अचेत है और बहुजन विरोधी भ्रष्ट भूंजा पार्टी सरकार के टायर्ड एवं रिटायर्ड अधिकारी बिहार चला रहे है. जनता ने बदलाव का मन बना लिया है. 20 वर्षों की जनविरोधी सरकार का जाना तय है क्योंकि इस बार परिवर्तन निश्चित है।रेणु कुशवाहा की बात करें तो वो तीन बार विधायक और एक बार सांसद रह चुकी हैं. इसके साथ ही वो दो बार बिहार की मंत्री भी रह चुकी हैं. 1999 में जेडीयू के टिकट पर उन्होंने चुनाव लड़ा था और आरजेडी के नेता आरके राणा की पत्नी को शिकस्त दी थी. रेणु कुशवाहा बिहार की खगड़िया से आती हैं. जेडीयू के टिकट पर वो खगड़िया से सांसद बनीं. साल 2014 में वो जेडीयू छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गई थीं. 2019 के लोकसभा चुनाव में खगड़िया से टिकट न मिलने से नाराज होकर वो बीजेपी से अलग हो गई थीं. इसके बाद उन्होंने चिराग पासवान की लोकजन सोशलिस्ट पार्टी (रामविलास) का दामन था हालांकि बाद में उन्होंने इस पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया था. रेणु बिहार की सियासत में पिछड़े वर्ग का एक प्रभावशाली चेहरा मानी जाती हैं. रेणु सामाजिक कार्यों और महिला सशक्तिकरण के लिए जानी जाती हैं।