शांत हो गए तेज प्रताप यादव,पार्टी और परिवार का सताने लगा डर

24 मई को एक युवती के साथ अपने ही सोशल मीडिया खाते से तस्वीर शेयर करने वाले बिहार की पूर्ववर्ती महागठबंधन सरकार के मंत्री और हसनपुर विधानसभा सीट के राष्ट्रीय जनता दल विधायक तेज प्रताप यादव अब आर-पार के मूड में थे, लेकिन लगता है कि उनकी हिम्मत कहीं के चोट से टूट गई। 25 मई को राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने तेज प्रताप यादव को पार्टी के साथ-साथ परिवार से भी निकाल बाहर किया था। तेज प्रताप पहले से शादीशुदा हैं और ऐश्वर्या राय से उनका तलाक का मुकदमा चल रहा है। इस बीच दूसरी लड़की के साथ उनके तस्वीरों को देखने के बाद जब लालू प्रसाद ने बड़ी कार्रवाई की तो धीरे-धीरे तेज प्रताप ने आवाज उठानी शुरू की।

शुक्रवार को तेज प्रताप ने 5 बजे बकायदा प्रेस कांफ्रेंस बुलाया कि राजनीतिक धमाका करेंगे, लेकिन खुद ही घंटों सामने नहीं आए।तेज प्रताप यादव बिहार की हसनपुर विधानसभा सीट से राजद विधायक हैं। अबतक पार्टी ने उनकी विधानसभा सदस्यता खत्म कराने की प्रक्रिया शुरू नहीं की है, हालांकि राज्य की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार की वापसी के समय बहुमत परीक्षण में विपक्षी दलों को धोखा देकर सत्ता पक्ष का समर्थन करने वाले विधायकों की विधायकी खत्म करने की पहले से चल रही प्रक्रिया अबतक विधानसभा अध्यक्ष के पास विचाराधीन ही पड़ी है। बिहार चुनाव के साल में लालू प्रसाद ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप को जब पार्टी और परिवार से निकाला तो वह कुछ दिनों तक चुप रहे। फिर तेज प्रताप ने एक-एक कर बात शुरू की और अंतत: स्वीकार किया कि वह तस्वीरें उन्होंने ही शेयर की थी। अब वह प्रेस कांफ्रेंस कर बिहार चुनाव के लिए योजना बताने वाले थे, लेकिन बताया जा रहा है कि संभवत: किसी दबाव के कारण उन्होंने मीडिया को बुलाकर खुद ही सामने आने से बचने का फैसला किया।पिछले दिनों तेज प्रताप ने अपनी पसंदीदा महुआ विधानसभा सीट पर नए झंडे के साथ दौरा किया तो राजनीति गरमा गई। पार्टी-परिवार से निष्कासन के बाद उन्होंने हसनपुर सीट के अपने वोटरों का आभार जताया था, हालांकि 2020 के विधानसभा चुनाव में भी वह इस सीट की जगह अपनी पसंदीदा महुआ सीट से ही उतरना चाहते थे। हसनपुर समस्तीपुर जिले में है, जबकि महुआ वैशाली जिले में। उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव वैशाली के ही राघोपुर से विधायक हैं।