SPGC ने वन नेशन वन एजुकेशन का किया विरोध,कहा-इतिहास और संस्कृति से नहीं होने देंगे छेड़छाड़

पंजाब से ‘वन नेशन, वन एजुकेशन’ का आगाज करने वाली आम आदमी पार्टी के खिलाफ विरोध शुरू हो गया है. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के इस कदम की कड़ी आलोचना करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है. SGPC के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने ट्वीट कर लिखा, ‘मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ‘वन नेशन वन एजुकेशन’ बयान की कड़ी निंदा करता हूं. पंजाब में केजरीवाल का यह बयान उनके पंजाब विरोधी और खासकर सिख विरोधी इरादों को जाहिर करने वाला है. सिखों की अपनी खासियत और पंजाब है।

धरती पर गुरुओं द्वारा रचित इतिहास और संस्कृति से छेड़छाड़ करने वाला कोई भी कदम बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.’ धामी ने आगे कहा, ‘केजरीवाल की ‘एक राष्ट्र एक शिक्षा’ नीति की अभिव्यक्ति राज्यों की मौलिक विविधता और इतिहास को चोट पहुंचाने की साजिश है. पहले से ही देश में अल्पसंख्यकों और उनकी संस्कृति का दमन कर रही है. इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने की कई कोशिशें होती रही हैं, जबकि केजरीवाल ने इसी दिशा में व्यक्त करके यह साबित कर दिया है कि वह कभी भी पंजाब के हित में नहीं हैं. पंजाबियों और विशेषकर सिखों को इस कदम पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए, ताकि क्षेत्र की पहचान खत्म न हो.”आपको बता दें कि बीते बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब स्कूल ऑफ एमिनेंस की शुरुआत की थी. इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि, हमारा मानना है कि देश में सभी को एक जैसी शिक्षा मिलनी चाहिए यह सभी का अधिकार है. दिल्ली के तर्ज पर अब पंजाब में भी एजुकेशन क्रांति आएगी. आज वन नेशन, वन एजुकेशन की पंजाब से शुरुआत हो चुकी है।