नेपाल में बिगड़ी हालात,पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प

नेपाल में विरोध प्रदर्शन के दौरान राजधानी काठमांडू में फिर हिंसा भड़क उठी है। नेपाल की राजधानी काठमांडू में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लागू होने के बाद भी हिंसा के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई है। हालात ऐसे हैं रि नेपाल में प्रदर्शनकारियों ने नेताओं के आवासों पर हमला किया है। मंत्रियों, पूर्व प्रधानमंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नर के आवासों को निशाना बनाया गया है।नेपाल में विरोध प्रदर्शन को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र इस स्थिति पर गहरी चिंता के साथ नजर रख रहा है।नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार शाम एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। ओली ने कहा, “मैं स्थिति का आकलन करने और एक सार्थक निष्कर्ष निकालने के लिए संबंधित पक्षों के साथ बातचीत कर रहा हूं।

इसके लिए, मैंने आज शाम 6 बजे एक सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है। मैं सभी भाइयों और बहनों से विनम्र अनुरोध करता हूं कि इस कठिन परिस्थिति में धैर्य बनाए रखें।”नेपाल के स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल ने भी इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में सरकार में बने रहने का कोई मतलब नहीं है। नेपाली कांग्रेस के महासचिव गगन थापा ने भी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है।कर्फ्यू के बावजूद, मंगलवार को कई इलाकों में छात्रों के नेतृत्व में सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए है। काठमांडू के कलंकी, बानेश्वर तथा ललितपुर जिले के चापागाऊं–थेचो इलाकों से भी प्रदर्शनों की खबरें मिली हैं। प्रदर्शनकारियों में अधिकांश छात्र शामिल थे, जिन्होंने सभा पर लगे प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए ‘‘छात्रों को मत मारो’’ जैसे नारे लगाए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कलंकी में प्रदर्शनकारियों ने सुबह टायर जलाकर सड़कों को अवरुद्ध कर दिया। कर्फ्यू लागू होने से लोग घबरा गए और जरूरी सामान खरीदने के लिए किराने की दुकानों और दवा की दुकानों की ओर दौड़ पड़े। सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह ठप हो गया है और शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए हैं।