आरएसएस ने शिक्षा प्रणाली पर कर लिया है कब्जा,राहुल गांधी का बड़ा बयान आया सामने

राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर हैं. इस बीच उन्होंने आरक्षण खत्म करने को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी जब सही समय होगा, जोकि अभी नहीं है. राहुल गांधी ने ये बयान जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों से बात करते हुए दिया है. उनसे यूनिवर्सिटी में छात्रों ने पूछा था कि देश में आरक्षण कब तक जारी रहेगा, जिसका जवाब जवाब राहुल गांधी ने दिया।राहुल गांधी ने कहा, ‘जब आप वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपए में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपए में से 5 रुपए मिलते हैं और ओबीसी को भी लगभग इतनी ही रकम मिलती है।

असलियत यह है कि उन्हें भागीदारी नहीं मिल रही है. भारत के हर एक बिजनेस लीडर की सूची देखें. मुझे आदिवासी, दलित का नाम दिखाएं. मुझे ओबीसी का नाम दिखाएं. मुझे लगता है कि शीर्ष 200 में से एक ओबीसी है. वे भारत के 50 प्रतिशत हैं, लेकिन हम इस बीमारी का इलाज नहीं कर रहे हैं. अब, आरक्षण एकमात्र साधन नहीं है. अन्य साधन भी हैं।समान नागरिक संहिता के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा कि वह इस पर तभी टिप्पणी करेंगे जब उन्हें पता चलेगा कि बीजेपी का प्रस्ताव क्या है. गांधी ने यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन के सदस्यों में मतभेद थे, लेकिन वे कई बातों पर सहमत थे।इससे पहले राहुल गांधी ने कहा, ‘चुनावों से पहले, हम इस विचार पर जोर देते रहे कि संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है. आरएसएस ने शिक्षा प्रणाली पर कब्जा कर लिया है. मीडिया और जांच एजेंसियों पर कब्जा कर लिया है. हम यह कहते रहे लेकिन लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा था. मैंने संविधान को आगे रखना शुरू किया और मैंने जो कुछ भी कहा था, वह अचानक से फूट पड़ा. गरीब भारत, उत्पीड़ित भारत, जिसने यह समझ लिया कि अगर संविधान खत्म हो गया तो पूरा खेल खत्म हो जाएगा. गरीब लोगों ने गहराई से समझ लिया कि यह संविधान की रक्षा करने वालों और इसे नष्ट करने वालों के बीच की लड़ाई है।