PM मोदी का विपक्ष पर तीखा वार,वो हार भी नहीं पचा पा रहे हैं
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘भारत की आर्थिक उन्नति आज उल्लेखनीय ऊंचाइयों को छू रही है. यह गति हमें एक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर नए सिरे से आत्मविश्वास देती है. हमारी संसद को इस बात पर केंद्रित रहना चाहिए कि वह देश के लिए क्या सोच रही है और क्या करना चाहती है. विपक्ष को भी अपनी ज़िम्मेदारी निभानी चाहिए और हार के गम से उबरना चाहिए.’प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘संसद देश के लिए क्या करने वाली है इन मुद्दों पर केंद्रित होनी चाहिए.

विपक्ष भी अपना दायित्व निभाएं और ऐसे मुद्दे उठाएं जो कुछ लोग तो ऐसे हैं कि पराजय ही नहीं पचा पाते हैं, मैं सोच रहा था कि बिहार के नतीजे आए गए हैं वो संभल गए होंगे. लेकिन कल जो बयान आए हैं, उससे ऐसा लगता है कि उनको पराजय ने जकड़ रखा है. पराजय की बौखलाहट को मैदान नहीं बनाना चाहिए, शीतकालीन सत्र विजय के अहंकार में भी नहीं बदलना चाहिए.’पीएम मोदी ने कहा, ‘शीतकालीन सत्र केवल रिचुअल नहीं है, राष्ट्र को प्रगति की ओर तेज गति से ले जाने के जो प्रयास चल रहे हैं उसमें ऊर्जा भरने का काम शीतकालीन सत्र करेगा.पीएम मोदी बोले, ‘भारत ने लोकतंत्र को जिया है, लोकतंत्र के उमंग और उत्साह को ऐसे प्रकट किया है जो समय-समय पर विश्वास और मजबूत होता रहता है, गत दिनों बिहार में जो चुनाव हुए हैं उसमें भी मतदान जो हुआ है वो लोकंतत्र की सबसे बड़ी ताकत है. माताओं-बहनों की ताकत जो बड़ रही है वो अपने आप में विश्वास पैदा करती है. एक तरफ लोकतंत्र की मजबूती और लोकतंत्राकि संस्थाओं के भीतर मजबूती को दुनिया बहुत बारीकी से देख रही है।
