कश्मीर में शांति सड़कों पर किसी भी सशस्त्र सेना के बिना होनी चाहिए,मोदी सरकार पर जमकर बरसे फारूक अब्दुल्ला
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होने कहा कि कश्मीर में शांति सड़कों पर किसी भी सशस्त्र सेना के बिना होनी चाहिए।मीडिया ने एक इंटरव्यू के दौरान जब पूर्व सीएम और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से पूछा कि क्या जम्मू एवं कश्मीर में सामान्य स्थिति लौट आई है? इस पर उन्होंने कहा कि आपके पास यहां कितने सैनिक हैं? कितनी ताकतें हैं? सड़कों पर चलें और देखें कि वे कितने अच्छे हथियारों से लैस हैं. क्या यही शांति है? शांति इन सैनिकों के बिना होनी चाहिए।

इस दौरान फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों से पहले अब्दुल्ला ने क्षेत्र के राज्य का दर्जा बहाल करने की वकालत की. उन्होंने जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा पर तंज कसा. अब्दुल्ला ने कहा कि मैं पूर्ण राज्य का दर्जा चाहता हूं. तुरंत. हमें दिल्ली के वायसराय के अधीन क्यों रहना चाहिए? वह कुछ भी आदेश दे सकते हैं. वह कुछ भी बदल सकते हैं।जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी उस समय की जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस के साथ गठबंधन से विधानसभा चुनावों के बाद जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने में मदद मिलेगी? इस पर फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन कोई मजबूरी नहीं बल्कि जम्मू-कश्मीर के विकास और केंद्र शासित प्रदेश का राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए समय की मांग है।
