भारत और अफगानिस्तान की बढ़ती दोस्ती से परेशान हुआ पाकिस्तान,पीएम मोदी के रणनीति से पाक का बढ़ा सिरदर्द

पाकिस्तान के लिए जहां एक तरफ कर्ज और पानी कि किल्लत मुसीबत बन रही है. वहीं, अब दूसरी तरफ भारत और अफगानिस्तान की बढ़ती दोस्ती भी पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ का माइग्रेन बढ़ा रही है. दरअसल, अफगानिस्तान ने पहलगाम हमले की निंदा की और वो सीधे तौर पर भारत के साथ खड़ा हुआ नजर आ रहा है।जहां अफगानिस्तान एक तरफ भारत का समर्थन करता नजर आ रहा है. वहीं, दूसरी तरफ भारत और अफगानिस्तान के बीच रिश्ते मजबूत होते साफ दिखाई दे रहे हैं. तालिबान सरकार भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध बढ़ा रही है. साथ ही पिछले 5 महीने में दोनों देशों की 3 से ज्यादा बार बातचीत हो गई है. अब अफगानिस्तान और भारत की नजदीकी से पाकिस्तान परेशान नजर आ रहा है और दोनों के रिश्ते में जहर घोलने की उसने नाकाम कोशिश भी की जो पूरी तरह से फेल हो गई है।

मई को सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर जानकारी दी कि उन्होंने तालिबानी सरकार के विदेश मंत्री से भारत-पाक तनाव के बाद बातचीत की. उन्होंने फोन पर हुई इस बातचीत की जानकारी दी. जयशंकर ने पोस्ट कर कहा, अफगान के एक्टिंग विदेश मंत्री मावलवी अमीर खान मुत्ताकी के साथ अच्छी बातचीत हुई।विदेश मंत्री ने यह बताते हुए कि भारत-पाक तनाव के बीच अफगानिस्तान का रुख किस तरफ है. उन्होंने कहा, पहलगाम आतंकवादी हमले की उनकी निंदा की मैं सराहना करता हूं. दरअसल, अफगानिस्तान ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले की निंदा की थी, इस अटैक में 26 टूरिस्ट मारे गए थे. इसी के साथ जहां पाकिस्तान की तरफ से भारत और अफगानिस्तान के बीच रिश्तों में आग लगाने की कोशिश की गई, उसको लेकर भी जयशंकर ने तालिबान सरकार के स्टैंड की तारीफ की।