हमारी लड़ाई नागरिक बनने की है, वोटर्स बनने की नहीं,खूब गरजे ओवैसी

एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं. वह मुस्लिम समाज के लोगों के हित की बात लगातार उठाते रहे हैं. ओवैसी ने कहा कि मुसलमान सिर्फ वोटर्स नहीं बनना चाहते, बल्कि भारत के विकास में अपना योगदान भी देना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हमारी लड़ाई नागरिक बनने की है न कि वोटर्स।एक निजी समाचार के साथ खास इंटरव्यू में हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा, “मुसलमान सिर्फ वोटर्स ही नहीं बनना चाहते, बल्कि भारत के विकास में अपना योगदान भी देना चाहते हैं.”

उन्होंने कहा कि इसमें एक अंतर है. हमारी लड़ाई नागरिक बनने की है, वोटर्स बनने की नहीं।उन्होंने कहा, “हम अपने अधिकारों के साथ नागरिक बनना चाहते हैं, लेकिन वे (सरकारें) चाहती हैं कि हम सिर्फ वोट डालें और घर चले जाएं. इन सब के लिए वही जिम्मेदार हैं जो लोग इतने सालों से हम पर शासन कर रहे हैं, वे इसके लिए जिम्मेदार हैं.”