अब लंबी दूरी की यात्रा होगी आसान,पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन जल्द होने जा रही है शुरू

पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन बहुत जल्द शुरू होने की संभावना है. उन्नत सुविधाओं से लैस इस अत्याधुनिक ट्रेन से लंबी दूरी की यात्रा आरामदायक और आसान होगी. रेल मंत्रालय ने पहले बताया था कि इस साल के शुरू में अनुसंधान डिजाइन एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) द्वारा मुंबई-अहमदाबाद खंड में 540 किलोमीटर की दूरी के लिए सेमी हाई-स्पीड ट्रेन का परीक्षण किया जा चुका है.रेलवे के अनुसार, चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) ने पिछले साल 17 दिसंबर को भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट का निर्माण पूरा कर लिया था. इस ट्रेन में यात्रियों के लिए तीन श्रेणियों- एसी प्रथम, एसी द्वितीय और एसी तृतीय श्रेणी जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी, जिनकी क्षमता 1128 यात्रियों की होगी. इसमें क्रैश बफर्स, डिफॉर्मेशन ट्यूब, अग्नि अवरोधक दीवार, स्वचालित दरवाजे, गद्देदार बर्थ और ऑनबोर्ड वाई-फाई की सुविधा भी होगी.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में राज्यसभा को बताया, “लंबी और मध्यम दूरी की यात्राओं के लिए वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों की योजना बनाई गई है. भारतीय रेलवे द्वारा निर्मित की जाने वाली ट्रेनों के डिजाइन को अंतिम रूप दे दिया गया है.” रेल मंत्री ने कहा था कि बहुत जल्द- सितंबर में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन लॉन्च हो सकती है.50 वंदे भारत स्लीपर रेक का उत्पादन शुरूवर्तमान में 10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का निर्माण किया जा रहा है. आईसीएफ द्वारा 50 वंदे भारत स्लीपर रेक के अतिरिक्त उत्पादन का कार्य भी शुरू किया गया है. इसके अलावा, 200 वंदे भारत स्लीपर रेक के निर्माण का ठेका भी प्रौद्योगिकी भागीदारों को दिया गया है, जिसमें से 16 डिब्बों वाली 120 ट्रेनों की आपूर्ति की जानी है. यह मूल अनुबंध समझौते के अनुसार है.सरकार के अनुसार, वंदे भारत सहित कोचों का डिजाइन और निर्माण भारतीय रेलवे में एक सतत प्रक्रिया है और इसे परिचालन और यातायात आवश्यकताओं के आधार पर किया जाता है.इस बीच, रेल मंत्रालय ने यात्रियों की भीड़ वाले रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के डिब्बों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है. अपनी आधुनिक तकनीक, आरामदायक यात्रा और समय की पाबंदी के कारण देशभर में लोकप्रिय हो चुकी वंदे भारत अब ज्यादा क्षमता के साथ यात्रियों को सेवा प्रदान करेगी.रेलवे के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2025-26 की समीक्षा और यात्रा भार (ऑक्यूपेंसी) के आंकड़ों के आधार पर लिए गए निर्णय के अनुसार, 16 कोच वाली तीन वंदे भारत ट्रेनों को 20 कोच में बदला जाएगा. इसके साथ ही, 8 कोच वाली 4 वंदे भारत ट्रेनों को 16 कोच में अपग्रेड किया जाएगा. इस बदलाव के बाद, कुल तीन 20 कोच वाली वंदे भारत ट्रेनें उपलब्ध होंगी.