निशिकांत दुबे ने किया बड़ा दावा- कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाएंगे हेमंत,ED के डर से चल रहे हैं फरार

 निशिकांत दुबे ने किया बड़ा दावा- कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाएंगे हेमंत,ED के डर से चल रहे हैं फरार
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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. सोमवार (29 जनवरी) को केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी की एक टीम सीएम हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पर डेरा डाली रही. ईडी की टीम कथित जमीन घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सोरेन से पूछताछ करना चाहती है.इस बीच बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि हेमंत सोरेन ने अपने झामुमो, कांग्रेस और सहयोगी विधायकों को रांची समान और बैग के साथ बुलाया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”सूचना अनुसार कल्पना सोरेन (हेमंत सोरेन की पत्नी) को मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव है. मुख्यमंत्री ने सूचना दी है कि ईडी के पूछताछ के डर से वे सड़क मार्ग से रांची पहुंचकर अपने अवतरित होने की घोषणा करेंगे.”निशिकांत दुबे ने कहा, ”मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इशारों पर गलत काम करने वालों को एक बड़ी नसीहत, जो मुख्यमंत्री खुद को भगौड़ा साबित कर रहा है, जांच एजेंसी का सामना करने से भाग रहा है, दिन-भर देश विदेश में बेइज्जती झेल रहा है. वह आदमी अधिकारियों का या राज्य के लोगों की क्या रक्षा करेंगे?”बता दें कि ईडी के अधिकारी दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ सोमवार की सुबह करीब नौ बजे दक्षिण दिल्ली में 5/1 शांति निकेतन भवन पहुंचे. ईडी के कई अधिकारियों को रात करीब साढ़े 10 बजे परिसर से बाहर निकलते हुए देखा गया लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि क्या टीम के सभी सदस्य वहां से चले गए हैं.एक सूत्र ने पहले बताया था कि ईडी की टीम सोरेन के लौटने तक आवास पर रहेगी और प्राधिकारी दिल्ली एयरपोर्ट पर भी नजर रख रहे हैं. हेमंत सोरेन 27 जनवरी को रांची से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे. उनकी पार्टी ने सोमवार को कहा कि वह निजी काम से गए हैं और वह लौट आएंगे.न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने कथित भूमि धोखाधड़ी मामले में 20 जनवरी को सोरेन से रांची में उनके आधिकारिक आवास पर पूछताछ की थी. फिर उन्हें नया समन जारी करते हुए यह बताने को कहा था कि वह पूछताछ के लिए 29 जनवरी या 31 जनवरी में से किस दिन आएंगे. सोरेन ने एजेंसी को एक पत्र भेजा, लेकिन पूछताछ के लिए दिन या तारीख नहीं बतायी थी.प्रवर्तन निदेशालय ने कहा है कि यह जांच झारखंड में माफिया की तरफ से भूमि के स्वामित्व में अवैध परिवर्तन से जुड़े एक बड़े रैकेट से संबंधित है. ईडी ने इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 2011 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं. वह राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थे।

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