UPSC के नए चेयरमैन के बारे में जान लीजिए,आखिर पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार को हीं क्यों दी गई जिम्मेदारी?

पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा मंगलवार को एक आधिकारिक आदेश के माध्यम से की गई। 29 अप्रैल को प्रीति सूदन का कार्यकाल पूरा होने के बाद UPSC अध्यक्ष का पद खाली हो गया था।अजय कुमार, भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के 1985 बैच के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं और केरल कैडर से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने 23 अगस्त, 2019 से 31 अक्टूबर, 2022 तक रक्षा सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दीं। नियमों के अनुसार, अजय कुमार इस संवैधानिक पद पर अक्टूबर 2027 तक बने रह सकते हैं, क्योंकि यूपीएससी अध्यक्ष का कार्यकाल छह वर्ष या 65 वर्ष की आयु तक होता है।यूपीएससी- भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) जैसी प्रतिष्ठित सेवाओं के लिए अधिकारियों के चयन करने हेतु सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है, एक अध्यक्ष और अधिकतम दस सदस्यों से मिलकर बनता है। वर्तमान में आयोग में दो सदस्यों के पद रिक्त हैं।पूर्व नौकरशाह अनुराधा प्रसाद ने भी यूपीएससी सदस्य के रूप में शपथ ली। वह गृह मंत्रालय के तहत अंतर-राज्य परिषद सचिवालय की पूर्व सचिव हैं।

उन्हें आयोग के वरिष्ठतम सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला (सेवानिवृत्त) ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। अनुराधा प्रसाद 1986 बैच की भारतीय रक्षा लेखा सेवा (IDAS) की अधिकारी हैं। अंतर-राज्य परिषद सचिवालय की सचिव के रूप में उन्होंने केंद्र-राज्य और अंतर-राज्यीय संबंधों को संभाला और कई जटिल एवं संवेदनशील मुद्दों पर सहमति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके परिणामस्वरूप प्रमुख नीतिगत बदलाव हुए और बुनियादी ढांचे व अन्य परियोजनाओं में तेजी आई। अपनी सेवानिवृत्ति के बाद, प्रसाद ने दिल्ली सरकार की पुलिस शिकायत प्राधिकरण के सदस्य के रूप में भी कार्य किया। अनुराधा प्रसाद की नियुक्ति के साथ अब भी यूपीएससी में दो सदस्यों के पद खाली हैं।