चिराग को लेकर बरस पड़े जीतराम मांझी,इतने सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए कर दिया कन्फर्म

 चिराग को लेकर बरस पड़े जीतराम मांझी,इतने सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए कर दिया कन्फर्म
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केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतनराम मांझी ने विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि एनडीए में जो भी तय होगा, वह मानेंगे. हालांकि मांझी ने इशारों-इशारों में 20 से 25 सीटों पर लड़ने की बात कही. साथ ही उन्होंने चिराग पासवान पर भी बड़ा बयान दिया।जमुई में कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे जीतन राम मांझी से जब पूछा गया कि चिराग पासवान ने तो कह दिया था 243 सीट पर चुनाव लड़ेंगे, ऐसे में आप हम पार्टी के लिऐ कितनी सीटों की मांग रखेंगे. जवाब में मांझी ने कहा कि, चुनाव को लेकर हम सब तैयारी कर रहे हैं. कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि कम से कम 20-25 सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ें. उन्होंने आगे कहा कि, हम एनडीए को जिताने के लिऐ हर प्रयास करेंगे।चिराग पासवान के सवाल पर जीतन राम मांझी ने कहा कि वो ज्यादा उछल कूद कर रहे है. वो कहते है कि उन्हें बिहार बुला रहा है, बिहार में इतना सीट पर लड़ेंगे।जीतनराम मांझी ने अध्यक्ष लालू यादव पर जोरदार निशाना साधा है. उन्होंने अपने अंदाज में एक कहावत की चर्चा करते हुए कहा, चलनी दूसे बढ़नी के. उन्होंने यहां कहा कि चलनी में हजारों छेद हैं. जो अपनी पत्नी, साला, बेटी, बेटा को आगे बढ़ाने का काम किया है, वह दूसरे पर बोल रहे हैं. आयोग में जो भी गए हैं, वे अपनी योग्यता से गए हैं।दरअसल, बिहार सरकार के कई आयोगों के गठन के बाद शुरू हुई बयानबाजी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में उन्होंने सवाल पूछा कि तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव कौन चुनाव लड़े थे?. मीसा भारती और रोहिणी आचार्य कौन आंदोलन की उपज हैं?. इनमें मेरिट बस यही है कि ये लालू यादव परिवार के हैं. ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए।उन्होंने इस दौरान अपने पुत्र की शैक्षणिक योग्यता का भी जिक्र किया. उन्होंने यहां तक कहा कि लालू यादव शुरू से दलित विरोधी हैं, इस कारण दलित उनके साथ कभी नहीं गए।

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इससे पहले केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए इशारों ही इशारों में लालू यादव को गब्बर सिंह बताया. उन्होंने लिखा, भाई को तो पहले ही घर से बाहर निकाल दिया है, अब बहन और बहनोई को बाहर करने के लिए “दामाद” का मुद्दा उठाया जा रहा है।उन्होंने आगे लिखा, ये मुद्दा इसलिए उठाया जा रहा है, ताकि भविष्य में “गब्बर सिंह” यदि बेटी-दामाद को कहीं सेट करने की बात कहें, तो यह कहकर मना कर दिया जाए कि हमने तो खुद ही “दामाद” का मुद्दा उठाकर सरकार को घेरा था, इसलिए बेटी, दामाद को किसी भी कीमत पर एडजस्ट नहीं किया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि जो घर-परिवार का नहीं, वह किसी का नहीं।

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