भारत ने अपने अधिकार का इस्तेमाल किया है,उन्हें रोकने के लिए ये करना मजबूरी थी,बोले विदेश सचिव विक्रम मिस्री

 भारत ने अपने अधिकार का इस्तेमाल किया है,उन्हें रोकने के लिए ये करना मजबूरी थी,बोले विदेश सचिव विक्रम मिस्री
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जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में कड़ी कार्रवाई और 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल स्ट्राइक की. इस एक्शन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है. इस ऑपरेशन को भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया है. इस संबंध में विदेश सचिव विक्रम मिस्री जानकारी दे रहे हैं. उनके साथ दो युवा महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह भी मौजूद हैं।इस दौरान विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, “22 अप्रैल 2025 को लश्कर और पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादियों ने कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हमला किया और 25 भारतीय नागरिकों और 1 नेपाली नागरिक की हत्या कर दी… उन्होंने पर्यटकों को उनके परिवार के सदस्यों के सामने सिर में गोली मार दी…”विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, “…25 अप्रैल को UNSC की मीडिया विज्ञप्ति से TRF का संदर्भ हटाने के लिए पाकिस्तान के दबाव को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.

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पहलगाम आतंकवादी हमले ने आतंकवादियों के साथ पाकिस्तान के संबंधों को उजागर कर दिया है…”विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, “हमारी खुफिया जानकारी से संकेत मिला है कि भारत के खिलाफ और हमले होने वाले हैं. इसलिए, इन्हें रोकने के लिए मजबूरी थी और इसलिए आज सुबह भारत ने सीमा पार आतंकवाद को रोकने के लिए जवाब देने के अपने अधिकार का प्रयोग किया… हमारी कार्रवाई नपी-तुली, आनुपातिक और जिम्मेदाराना थी. उन्होंने आतंकवादियों के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने पर ध्यान केंद्रित किया.”उन्होंने बताया कि यह जरूरी था कि पहलगाम हमले के अपराधियों और योजनाकारों को न्याय के कटघरे में लाया जाए. एक पखवाड़ा बीत जाने के बावजूद पाकिस्तान की ओर से अपने क्षेत्र में आतंकवादियों के बुनियादी ढांचे के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

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