बीजेपी के इस चक्रव्यूह में उलझ जाएगी इंडिया गठबंधन,जानिए क्या है NDA का नया प्लान?

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और विपक्षी इंडिया ब्लॉक के बीच सियासी तनाव चरम पर पहुंच गया है. इन सबके बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बिहार में विपक्षी गठबंधन, खासकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए ‘पर्दाफाश कार्यक्रम’ की योजना बनाई है.इस कार्यक्रम में बीजेपी के वरिष्ठ नेता हिस्सा लेंगे और इसका उद्देश्य विपक्ष की कथित नाकामियों और जनता के बीच उनकी छवि को धूमिल करना है. जिस तरह से संसद सत्र लगभग आधे से ज्यादा हंगामे की भेंट चढ़ गया है उसे देखते हुए भाजपा ने ये रणनीति बनाई है ताकि जनता के कार्यों को लेकर इंडिया ब्लॉक कितना गंभीर हैं इस बात को जनता तक पहुंचा सके।

संसद के मानसून सत्र में हंगामा बरकरार है. उसे देखते हुए भाजपा ने भी बिहार के चुनाव से पहले इंडिया ब्लॉक के नेताओं के खिलाफ आक्रामक रणनीति अपनाने जा रही है. सूत्रों की माने तो ‘पर्दाफाश कार्यक्रम’ बीजेपी की ओर से एक सुनियोजित अभियान है, जिसके तहत पार्टी विपक्षी दलों, विशेष रूप से आरजेडी और कांग्रेस, पर भ्रष्टाचार, कुशासन और लालू राज के समय जंगल राज बताते हुए उसे प्रचारित करेगी और विपक्ष पर आक्रामक ढंग से हमला बोलेगी.यह कार्यक्रम बिहार के विभिन्न हिस्सों में रैलियों, जनसभाओं और सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से आयोजित किया जाएगा. बीजेपी के वरिष्ठ नेता, जैसे केंद्रीय मंत्री, बिहार के नेता और अन्य प्रमुख चेहरे इस अभियान का नेतृत्व करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, यह कार्यक्रम नवंबर 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए एक रणनीतिक कदम है। इस पर जवाब देते है हुए भाजपा के एक बिहार के नेता ने कहा कि, इसके माध्यम से विपक्ष की नाकामियों का खुलासा किया जाएगा और लालू राज में जिस तारा स्टेट स्पॉन्सर क्राइम पूरे राज्य में था उसे जनता अभी भूली नहीं है. भाजपा अपने कल्याणकारी कार्यक्रमों को जनता के बीच बताएगी और ये सर्वे भी करेगी कि सबको इसका फायदा मिल रहा या नहीं. उन्होंने कहा कि राजद के कार्यकाल में विकास कितना पिछड़ा था और राज्य कितना पीछे था जनता जानती है उन्हें फिर याद दिलाया जाएगा.बहरहाल यदि देखें तो बीजेपी का मुख्य फोकस इस अभियान के तहत आरजेडी और कांग्रेस के पिछले शासनकाल में कथित भ्रष्टाचार, अपराध और विकास के अभाव को उजागर करना होगा. पार्टी विशेष रूप से लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले शासन पर निशाना साधेगी, जिसमें चारा घोटाला और बिहार में ‘जंगलराज’ जैसे मुद्दों को फिर से उठाया जाएगा.इसके अलावा पार्टी के लिए सूत्रों की माने तो बिहार में जातीय समीकरण भी चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा होगा. बीजेपी इस अभियान के जरिए अति पिछड़ा वर्ग (ईबीसी), दलित और अन्य छोटे समुदायों को लुभाने की कोशिश करेगी. इसके लिए पार्टी स्थानीय नेताओं और सहयोगी दलों, जैसे हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), के साथ मिलकर काम करेगी।