अगर पाकिस्तान ऐसा दुस्साहस करेगा,तो अब पलटवार उनकी उम्मीद से परे होगा,विदेशी धरती से ओवैसी का ऐलान

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बहरीन में प्रमुख हस्तियों के साथ बातचीत के दौरान पाकिस्तान को एक नाकाम मुल्क बताया। ओवैसी ने कहा, ‘हमारी सरकार ने हमें यहां इसलिए भेजा है, ताकि दुनिया को पता चले कि भारत पिछले कई सालों से किस खतरे का सामना कर रहा है। दुर्भाग्य से हमने कई निर्दोष लोगों की जान गंवाई है। यह समस्या पाकिस्तान से ही पैदा हुई है और हमेशा ही होती है। जब तक पाकिस्तान इन आतंकवादी समूहों को बढ़ावा देना, सहायता देना और प्रायोजित करना बंद नहीं करता, तब तक यह समस्या दूर नहीं होगी।’ उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार ने हर भारतीय की जान की रक्षा के लिए सभी कदम उठाए हैं। इस सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगली बार अगर पाकिस्तान ऐसा दुस्साहस करेगा, तो यह पलटवार उनकी उम्मीद से परे होगा…’ ओवैसी ने कहा कि भारत ने उकसावे के बावजूद बार-बार अधिकतम संयम बरता है। पहलगाम हमले को याद करते हुए उन्होंने आतंकवाद की मानवीय कीमत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘कृपया इस नरसंहार की मानवीय त्रासदी पर विचार करें। छह दिन पहले शादी करने वाली एक महिला सातवें दिन विधवा हो गई। दो महीने पहले ही शादी करने वाली एक अन्य महिला ने भी इस हमले में अपने पति को खो दिया।’ भारत की रक्षात्मक ताकत पर जोर देते हुए ओवैसी ने कहा, ‘भारत के पास सभी साधन हैं। हमारे पास न केवल भारतीय नागरिकों, बल्कि भारत में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर आवश्यक साधन हैं।’ एआईएमआईएम नेता ने कहा कि भारत की वायु रक्षा प्रणालियों ने सीमा पार से आने वाले खतरों को प्रभावी ढंग से रोका है।

उन्होंने कहा, ‘सरकार और मीडिया, हमारी वायु रक्षा प्रणाली, हमारी तकनीक और युद्ध क्षमताओं ने पाकिस्तान जैसे नाकाम मुल्क की ओर से शुरू की गई हर चीज को सफलतापूर्वक रोका और बेअसर किया।’ ओवैसी ने आतंकवाद के वित्तपोषण पर अंकुश लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया और बहरीन सरकार से पाकिस्तान को FATF की ग्रे सूची में वापस लाने के प्रयासों का समर्थन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के धन का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने के लिए किया गया है। ओवैसी ने कहा, ‘हमारा देश एकमत है, चाहे हम किसी भी राजनीतिक दल से संबंधित हों। हमारे बीच राजनीतिक मतभेद हैं, लेकिन जब हमारे देश की अखंडता की बात आती है, तो यह सही समय है कि हमारा पड़ोसी देश समझे कि हम एक हैं। मैं अनुरोध करता हूं और उम्मीद करता हूं कि बहरीन सरकार पाकिस्तान को FATF की ग्रे सूची में वापस लाने में हमारी मदद करेगी, क्योंकि इस पैसे का इस्तेमाल उन आतंकवादियों का समर्थन करने के लिए किया गया है।