जी-7 देशों ने दिया इजरायल का साथ,इजरायली सैन्य अधिकारियों का आया बड़ा बयान

इजराइल और ईरान के बीच पांचवें दिन भी हवाई हमले जारी हैं। तेल अवीव में जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दे रही है। इजरायल ने सोमवार को ईरानी सरकारी टीवी के मुख्यालय पर बमबारी की। दोनों देशों के बीच अब जंग बढ़ती जा रही है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि ईरान को अपनी परमाणु महत्वाकांक्षाओं पर एक समझौते पर हस्ताक्षर करना चाहिए था, जिससे इजराइल के साथ मिसाइल हमलों को रोका जा सकता था। ट्रंप ने सभी से तेहरान खाली करने का आग्रह किया। मिडिल ईस्ट में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए ट्रंप ने सोमवार को कनाडा में ग्रुप ऑफ सेवन शिखर सम्मेलन से वापस लौटने की घोषणा की।

फॉक्स न्यूज ने बताया कि अमेरिका लौटने से पहले उन्होंने अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई है।सभी भारतीय नागरिक जो तेहरान में हैं और दूतावास के संपर्क में नहीं हैं, उनसे अनुरोध है कि वे तुरंत तेहरान में भारतीय दूतावास से संपर्क करें और अपना स्थान और संपर्क नंबर प्रदान करें।भारत ने अपील की है सभी भारतीय नागरिकों और पीआईओ को, जो अपने स्वयं के संसाधनों का उपयोग करके तेहरान से बाहर जा सकते हैं, शहर के बाहर सुरक्षित स्थान पर चले जाने की सलाह दी जाती है।जारी संघर्ष के बीच इजरायल के प्रति समर्थन व्यक्त करते हुए, सात देशों के समूह ने सोमवार देर रात जारी एक बयान में उसके प्रतिद्वंद्वी ईरान को मध्य पूर्व में अस्थिरता का स्रोत करार दिया और क्षेत्र में शांति और स्थिरता का आह्वान।इज़रायली सैन्य अधिकारियों ने कहा कि उनके लड़ाकू विमानों ने तेहरान में ईरान के कुद्स फोर्स से संबंधित 10 कमांड केंद्रों पर हमला किया है। कुद्स फोर्स, ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड की एक विशिष्ट शाखा है जो ईरान के बाहर सैन्य और खुफिया अभियान चलाती है।