पूर्व सीएम बघेल की महादेव ऐप मामले में बढ़ने वाली है मुश्किलें,508 करोड़ रुपये लेने के लगा है आरोप

 पूर्व सीएम बघेल की महादेव ऐप मामले में बढ़ने वाली है मुश्किलें,508 करोड़ रुपये लेने के लगा है आरोप
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दुबई में महादेव गेमिंग ऐप के दो में से एक प्रमोटर रवि उप्पल के पकड़े जाने के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है. रवि उप्पल के पकड़े जाने के बाद अब छत्तीसगढ़ के कई राजनेताओं के नाम सामने आ सकते हैं, जिनपर पैसे लेकर महादेव ऐप को संरक्षण देने का आरोप लगा था. सूत्रों की मानें तो अब रवि उप्पल कर भारत प्रत्यर्पण के तुरंत बाद छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.चुनाव के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करीब साढ़े 5 करोड़ रुपये के साथ महादेव ऐप से जुड़े असीम दास नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था. असीम दास ने पूछताछ के दौरान छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर महादेव ऐप के प्रमोटर से छत्तीसगढ़ में बेटिंग ऐप चलाने के नाम पर 508 करोड़ रुपये लेने के आरोप लगाए गए थे।

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आरोप ये भी लगे थे कि असीम से बरामद पैसा चुनाव में इस्तेमाल के लिए हवाला के जरिए लाया गया था.ऐसे में सूत्रों की मानें तो अब छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है. इसके अलावा तत्कालीन एसएसपी प्रशांत अग्रवाल और भीम सिंह से पूछताछ हो सकती है.अब तक इस केस में ED ने 6 लोगों की गिरफ्तारी की है, जिसमें दो सगे भाई सुनील दम्मानी, अनिल दम्मानी, छत्तीसगढ़ पुलिस का ASI चंद्रभूषण वर्मा, एक कांस्टेबल और सतीश चंद्राकर शामिल है. ऐप को दुबई में बैठकर छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ऑपरेट करते थे. ये दोनों महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर भी हैं. मलेशिया, थाईलैंड, हिंदुस्तान, UAE में कॉल सेंटर खोले गए थे.ED की जांच में साफ हुआ है कि महादेव बेटिंग ऐप के जरिए हजारों करोड़ रुपए का लेनदेन चल रहा है.UAE में बैठकर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ,पुलिस , ब्यूरोक्रेट्स और पॉलिटिशियन का एक नेक्सस तैयार कर महादेव बेटिंग ऐप को हिंदुस्तान में ऑपरेट कर रहा था. दरअसल हिंदुस्तान में छत्तीसगढ़ समेत कई अलग-अलग राज्यों के बड़े शहरों में महादेव बुक ऐप के करीब 30 कॉल सेंटर खोले गए थे. इन कॉल सेंटर को बाकायदा एक चेन बनाकर बेहद शातिर तरीके से चलाया जा रहा था.सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के दो बेहद करीबी अनिल दम्मानी और सुनील दम्मानी की मदद से हिंदुस्तान में ऑपरेट कर रहा था. मेन प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और पैनल ऑपरेटर(कॉल सेंटर ऑपरेटर) इन सभी की मिली भगत से इस बैटिंग ऐप सिंडिकेट को चलाया जा रहा था।

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