भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों की लगी होड़,शेयर बाजार में अभी बाकी है हरियाली

 भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों की लगी होड़,शेयर बाजार में अभी बाकी है हरियाली
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पहलगाम हमले के बाद जिस तरह के हालात बॉर्डर पर देखने को मिले, उसके बाद ऑपरेशन सिंदूर और बाद में चार दिनों तक चला भारत पाकिस्तान संघर्ष पूरी दुनिया के नजरों में था. पाकिस्तान और चीन दोनों को इस बात का भरोसा था कि भारत के शेयर बाजार को काफी नुकसान होगा. जो विदेशी निवेशक भारत की ओर जा रहे हैं उनका निवेश बंद हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मई के महीने में अब तक विदेशी मेहमान भारत पर मेहबान होते हुए दिखाई दे रहे हैं. खास बात तो ये है कि अभी तक महीना खत्म नहीं हुआ है और विदेशी निवेशकों का निवेश लगातार होते रहने की उम्मीद है.

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अगर बात मई महीने की करें तो अभी तक 18,600 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश कर चुके हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर आंकड़े किस तरह की कहानी बयां कर रहे हैं।विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का भारतीय शेयर बाजार के प्रति भरोसा कायम है. वैश्विक अनुकूल परिस्थितियों तथा मजबूत घरेलू बुनियाद के बीच इस महीने अबतक एफपीआई ने भारतीय शेयरों में 18,620 करोड़ रुपए का निवेश किया है. इससे पहले अप्रैल में उन्होंने शेयरों में 4,223 करोड़ रुपए डाले थे. यह तीन माह बाद भारतीय शेयरों में उनका पहला शुद्ध निवेश था. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने मार्च में शेयरों से 3,973 करोड़ रुपए, फरवरी में 34,574 करोड़ रुपए और जनवरी में 78,027 करोड़ रुपए निकाले थे।डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस महीने (16 मई तक) अबतक शेयरों में 18,620 करोड़ रुपए का निवेश किया है. इस तरह 2025 में अब उनकी कुल निकासी घटकर 93,731 करोड़ रुपए रह गई है. अप्रैल में भारतीय शेयर बाजार में एफपीआई की गतिविधियों में तेज उछाल देखा गया. अप्रैल के मध्य में शुरू हुई उनकी खरीदारी का सिलसिला अब भी जारी है. आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने समीक्षाधीन अवधि के दौरान बॉन्ड से सामान्य सीमा के तहत 6,748 करोड़ रुपए निकाले हैं और स्वैच्छिक प्रतिधारण से 1,193 करोड़ रुपए का निवेश किया है।

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