कल रेलवे ट्रैक जाम करेंगे किसान,प्रशासन ने को पूरी तैयारी
पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर आज भी भारी तनाव है। पुलिस बैरिकेड के पास आ रहे आंदोलनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। किसान हर हाल में दिल्ली जाना चाहते हैं तो हरियाणा पुलिस किसी भी सूरत में किसानों को राज्य में घुसने नहीं देना चाहती। वहीं, हरियाणा के अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों में वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, बल्क SMS और सभी डोंगल सेवाएं 15 फरवरी तक निलंबित रहेंगी।’दिल्ली में आपका स्वागत है’ का बोर्ड हटाया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक इस बोर्ड को इसलिए हटाया जा रहा है कि अगर किसान दिल्ली में दाखिल हो जाते हैं तब दिल्ली पुलिस उन पर टियर गैस फायर करेगी तो गैस के शेल बोर्ड से टकराकर वापस नीचे पुलिस की तरफ गिर सकते हैं। इसी वजह से इस बोर्ड को हटाया जा रहा है।किसानों के मार्च पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि एमएसपी पर रिपोर्ट 2004 में आई थी जब कांग्रेस सत्ता में थी। उन्होंने 10 साल में कुछ क्यों नहीं किया?… किसान दिल्ली जाकर अपनी बात रखना चाहते हैं। सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत लेकिन जब वे चंडीगढ़ आए तो किसान नेताओं ने उनसे बात करने से इनकार कर दिया। मुझे आश्चर्य है कि पंजाब सरकार ने एक नोटिस जारी कर कहा है कि हम अपनी सीमा पर ड्रोन न भेजें। जब किसानों ने आगे बढ़ना शुरू किया अमृतसर से उन्होंने उन्हें रोकने की कोशिश भी नहीं की। इसका मतलब साफ है कि वे चाहते हैं कि किसान दिल्ली में आतंक पैदा करें। पथराव हो रहा है और हमारे एक डीएसपी और 25 अन्य पुलिस अधिकारी इसमें घायल हो गए हैं।