तेजी से बढ़ रहे हैं डेंगू के मामले पिछले महीने की तुलना में बढ़ी मरीजों की संख्या
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महाराष्ट्र के मुंबई में सितंबर में डेंगू के 1360 मामले सामने आए जो पिछले महीने की तुलना में 300 से अधिक है. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी. नगर निकाय में पूर्व विपक्षी नेता रवि राजा ने दावा किया कि नगर निकाय का कीटनाशक विभाग हर दिन 900 से अधिक मच्छरों के प्रजनन स्थलों का पता लगा रहा है. डेंगू मच्छरों से फैलने वाला एक वायरल संक्रमण है. नगर निकाय की मानसून से जुड़ी बीमारियों की रिपोर्ट में कहा गया है कि महानगर में जून में डेंगू के 353 और जुलाई में 413 मामले थे।
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रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘‘इस सप्ताह डेंगू के मामलों में मामूली वृद्धि देखी गई है.’’कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा,‘‘ डेंगू जैसे खतरों से निपटने के लिए मुंबई बीएमसी की ओर से कोई सतत तथा गंभीर प्रयास देखने को नहीं मिले.’’ बीएमसी की रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर में मलेरिया के मामले भी बढ़े हैं. शहर में जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर में मलेरिया के क्रमशः 676, 721, 1080 और 1313 मामले सामने आए थे. रिपोर्ट में कहा गया कि लेप्टोस्पिरोसिस,हेपेटाइटिस और चिनकगुनिया के मामले हालांकि कम हुए हैं. बीएमसी ने सितंबर में 12.23 लाख से अधिक घरों और 13.07 लाख कंटेनरों का निरीक्षण करने के बाद 16,843 एडीज मच्छर के प्रजनन स्थलों का पता लगाया.बीएमसी संचालित बीवाईएल नायर अस्पताल में मेडिसिन के प्रोफेसर और यूनिट प्रमुख डॉ. गिरीश राजाध्यक्ष ने कहा, “इसे रोका जा सकता है, लेकिन यह एक वार्षिक घटना बनी हुई है.” नायर अस्पताल में अधिकांश डेंगू रोगियों ने हल्के से मध्यम बीमारी का अनुभव किया है, जिनमें से लगभग 10% को पेट में तरल पदार्थ जमा होने, गंभीर थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के कारण नाक, त्वचा या मसूड़ों से रक्तस्राव और श्वसन समस्याओं जैसी जटिलताओं का सामना करना पड़ा है. डॉ. राजाध्यक्ष ने इस बात पर जोर दिया कि हालांकि केसलोएड चिंताजनक नहीं है, लेकिन मानसून के मौसम के दौरान यह एक सामान्य घटना है।