चिराग पासवान की पार्टी को मिलेगी 25 से 28 सीटें,हो गया तय!

 चिराग पासवान की पार्टी को मिलेगी 25 से 28 सीटें,हो गया तय!
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बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष यानी एनडीए में सीट समझौते पर मुहर लगती दिख रही है. सभी दलों के बीच सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर सहमति बन गई है. जल्द दी घटक दलों की ओर से औपचारिक ऐलान हो सकता है. आज केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने भी संकेत दिए हैं कि अगले महीने तक इसकी घोषणा कर दी जाएगी। एनडीए सूत्रों के मुताबिक बिहार एनडीए में सीटों का फॉर्मूला तय हो गया है. जनता दल यूनाइटेड के खाते में 102 से 103 और भारतीय जनता पार्टी के हिस्से में 101 से 102 सीटें आ सकती हैं. चिराग पासवान की पार्टी को 25 से 28 और जीतनराम मांझी की पार्टी को 6, जबकि उपेंद्र कुशवाहा को 4 से 5 सीट मिल सकती है।लोकसभा चुनाव में बीजेपी और विधानसभा चुनाव में जेडीयू अधिक सीटों पर लड़ती रही है. लोकसभा चुनाव 2024 बिहार में बीजेपी ने 17 सीट, जेडीयू ने 16 सीट, एलजेपीआर ने 5 सीट और जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी ने एक-एक सीट पर चुनाव लड़ा था. ऐसे में माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी, जेडीयू से एक या दो अधिक सीटों पर लड़ेगी।एनडीए के सीट बंटवारे पर जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान दिया है. मांझी ने कहा कि सीटों को लेकर अब तक कोई बात नहीं हुई है. एनडीए में सीटों को लेकर कोई परेशानी नहीं है. जुलाई या अगस्त तक सीट का बंटवारा कर लिया जाएगा।2020 बिहार विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के तहत जेडीयू को 122 और बीजेपी को 121 सीटें मिली थीं. जेडीयू ने अपने कोटे से हम पार्टी को 7 और बीजेपी ने अपने कोटे से 11 सीटें मुकेश सहनी को दी थी. वहीं, चिराग पासवान ने एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ा था. उन्होंने उन तमाम सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जहां जेडीयू के कैंडिडेट थे।

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बीजेपी ने 74 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि जेडीयू को मात्र 43 सीटों पर जीत मिली. वहीं जीतनराम मांझी और मुकेश सहनी को 4-4 सीटों पर जीत हासिल हुई. चिराग के खाते में सिर्फ एक सीट मिली. वहीं, उपेंद्र कुशहावा ने बीएसपी और एआईएमआईएम के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन उनका खाता भी नहीं खुला।वहीं दूसरे तरफ केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान अपने आप को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘हनुमान’ बताते रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से चर्चा हो रही है कि वह अब केंद्र के बदले बिहार की राजनीति में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं. उन्होंने खुद भी कई मौकों पर कहा कि वह अब बिहार की सेवा करना चाहते हैं. इसीलिए विधानसभा का चुनाव भी लड़ सकते हैं।जमुई से पार्टी सांसद और चिराग के बहनोई अरुण भारती ने बताया था कि उनके नेता की राजनीति बिहार केंद्रित है और उनका नारा भी ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट’ है. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि लोगों की भावना है कि चिराग पासवान आरक्षित की बजाय सामान्य सीट से चुनाव लड़ें।

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