नहीं मानेंगे चिराग पासवान,NDA में सीट बंटवारे पर गर्म हुई सियासत!
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही दलों में सीट शेयरिंग का मुद्दा जल्द से जल्द सुलझाने की होड़ मची है. हालांकि एनडीए हो या महागठबंधन सीट शेयरिंग को लेकर माथापच्ची जारी है. ऐसे में लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास की अधिक सीटों की मांग से मामला और उलझ गया है. सवाल उठ रहे हैं कि क्या चिराग पासवान 2025 में अकेले चुनाव लड़ सकते हैं?चिराग पासवान अपनी पार्टी के लिए ज्यादा सीटों की मांग पर अड़े हैं. महत्वपूर्ण सवाल ये है कि क्या चिराग पहले की तरह NDA से अलग होकर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं या फिर NDA के साथ जुड़े रहेंगे, भले ही उनकी मांगें पूरी न हो? 2020 के चुनाव में चिराग ने नीतीश कुमार से नाता तोड़ लिया था, लेकिन इस बार वे जेडी(यू) और बीजेपी गठबंधन का हिस्सा हैं. पिछले चुनाव में 33 सीटों पर नीतीश को कथित रूप से हरवाने वाले चिराग की अगली चाल पर सभी की नजरें टिकी हैं।

पिछले चुनाव में चिराग पासवान ने नकारात्मक राजनीति की थी. खुद को मोदी का हनुमान कहने वाले चिराग ने 2020 में एनडीए का जायका बिगाड़ दिया था. बिहार में बहुत मुश्किल से एनडीए की सरकार बन सकी थी. नीतीश कुमार को नुकसान पहुंचाने की जिद में चिराग पासवान ने अपना सब कुछ गंवा दिया.2020 के चुनाव में चिराग ने जदयू 33 सीटों पर नुकसान पहुंचाया और जनता दल यूनाइटेड 43 सीटों पर सिमट गई. इस कोशिश में चिराग के 135 में से 134 उम्मीदवार हार गये. एक पर जीत मिली लेकिन वो भी बाद में जेडीयू में शामिल हो गये. जबकि 9 सीटों पर चिराग के कैंडिडेट दूसरे स्थान पर रहे. एलजेपी को 5.64 फीसदी वोट मिला था. वहीं चुनाव के बाद मटिहानी से जीते राजकुमार सिंह जेडीयू में शामिल हो गए. उस चुनाव में चिराग फैक्टर के कारण जदयू को नुकसान पहुंचा था।2024 के लोकसभा चुनाव में चिराग पासवान की एंट्री राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में हुई. चिराग पासवान को एनडीए में पांच लोकसभा की सीटें मिली और चिराग पासवान ने पांचों सीटों को अपनी झोली में डाल लिया. 2020 विधानसभा चुनाव के बाद चिराग पासवान 2024 में एक बार फिर ताकतवर बनकर उभरे.अपने पांच सांसद के बदौलत चिराग पासवान कम से कम तीस से पैंतीस लोकसभा सीट की उम्मीद लगा कर बैठे हैं. एनडीए में राजनीतिक दलों की संख्या को देखते हुए चिराग को इतनी सीटें देना टेढ़ी खीर साबित हो रही है।चिराग पासवान की पार्टी को चुनाव में 6 से 7 % के आसपास वोट मिलते रहे हैं. बिहार में पासवान जाति की आबादी 5.31% है. चिराग पासवान की पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), को 2024 के लोकसभा चुनावों में बिहार में 6.6% वोट मिले और उसे 5 सीटों पर जीत हासिल हुई.2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान को एक सीट पर जीत मिली थी. 2015 के विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान की पार्टी को दो सीटों पर जीत हासिल हुई. 2010 के विधानसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी को तीन सीटों पर जीत हासिल हुई. 2005 के फरवरी माह में हुए विधानसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी को 29 सीट पर जीत हासिल हुई तो अक्टूबर माह में हुआ चुनाव में 10 सीटों पर जीत हासिल हुई.चिराग पासवान 2025 में गेम चेंजर की भूमिका में होंगे. अगर चिराग पासवान एनडीए में रहते हैं तो एनडीए की लैंडस्लाइड विक्ट्री होगी. अगर चिराग पासवान 2020 की तरह अलग राजनीतिक राह अपनाते हैं तो एनडीए के लिए राहें आसान नहीं होगी।
