कल से शुरू होंगे चैत्र नवरात्र,जानिए घटस्थापना का शुभ मुहूर्त!

मां दुर्गा का विशेष आराधना के दिवस चैत्र नवरात्रि कल रविवार से शुरू हो जाएंगे। कलश स्थापना का मुहूर्त सुबह छह बजकर 13 मिनट से 10 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। इस बार आठ दिनों के नवरात्र होंगे।तृतीया तिथि क्षय होने के कारण दूसरा और तीसरा नवरात्र 31 को ही माना जाएगा। पांच अप्रैल को अष्टमी और छह को नवमी पूजन किया जाएगा। शहर के मंदिरों को भी रंग विरंगी लाइटों व फूलों से सजाया जा रहा है, जहां पर नित्य भजन व कीर्तन चलेंगे।हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवरात्र घटस्थापना के साथ शुरू हो जाते हैं। नवरात्र के दौरान व्रत धारण कर पूरी श्रद्धा से मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने से वह अपने भक्तों पर प्रसन्न होती हैं। जिससे सुख, समृद्धि, धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।घरों में अखंड जोत जलाने के साथ नवरात्रि पर मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा होती है। चैत्र मास के शुक्ल पत्र की प्रतिपदा तिथि आज शाम चार बजकर 27 मिनट से शुरू होकर रविवार दोपहर 12 बजकर 49 तक रहेगी। ऐसे में रविवार से नवरात्र शुरू होंगे।इस बार तृतीया तिथि की क्षय होने के कारण द्वितीया और तृतीया एक ही तारीख 31 मार्च को है। उस दिन दो देवी मां ब्रह्मचारिणी और मां चंद्रघंटा की पूजा होगी। इस बार नवरात्रि का आरंभ और समापन दोनों रविवार को हो रहा है, जिससे मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी और इसी पर प्रस्थान करेंगी। हाथी पर माता का आगमन बेहद शुभ माना जाता है, जो अच्छे वर्षा चक्र, समृद्धि और खुशहाली का संकेत देता है।

इस तरह होगी मां दुर्गा की पूजा:
30 मार्च: प्रथम, शैलपुत्री
31 मार्च: द्वितीया व तृतीया, ब्रह्मचारिणी व चंद्रघंटा
01 अप्रैल: चतुर्थ, कूष्मांडा
02 अप्रैल: पंचम, स्कंदमाता
03 अप्रैल: षष्ठी, कात्यायनी
04 अप्रैल: सप्तम, कालरात्रि
05 अप्रैल: अष्टमी, महागौरी
06 अप्रैल: नवमी, सिद्धिदात्री
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त:
चैत्र नवरात्र की शुरुआत प्रतिपदा तिथि पर घटस्थापना यानी कलश स्थापना के साथ होती है. इस बार चैत्र नवरात्र पर घटस्थापना के लिए दो शुभ मुहूर्त रहेंगे. 30 मार्च को सुबह 06.13 बजे से सुबह 10:22 बजे तक घटस्थापना का मुहूर्त है. फिर आप दोपहर 12:01 बजे से दोपहर 12.50 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में घटस्थापना कर सकेंगे।