BPSC ने उठाया कठोर कदम,13 उम्मीदवारों पर लिया बड़ा एक्शन

बिहार लोक सेवा आयोग ने बुधवार को 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में धांधली और अनियमितताओं के मामले में 13 उम्मीदवारों को आयोग की परीक्षाओं से वंचित कर दिया है. इनमें से 12 उम्मीदवारों को तीन वर्ष के लिए प्रतिबंधित किया गया है, जबकि एक को आजीवन के लिए आयोग की परीक्षाओं से प्रतिबंधित किया गया है. इसके पीछे आयोग ने तर्क दिया है कि यह कार्रवाई परीक्षा प्रक्रिया की पवित्रता बनाए रखने और भविष्य में ऐसे मामलों को रोकने के लिए की गई है।बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक ने आधिकारिक वेबसाइट पर सूचना जारी करते हुए बताया है कि ये निर्णय सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी साक्ष्य और गहन जांच के बाद लिए गए हैं. जिसमें पटना के बापू परीक्षा केंद्र और समस्तीपुर के एक केंद्र से जुड़े मामले प्रमुख थे.

समस्तीपुर में एक उम्मीदवार दूसरे व्यक्ति के बदले परीक्षा देते हुए पकड़ा गया था. इस “इम्पर्सनेशन” के चलते आयोग ने उसे आजीवन के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। वहीं, 11 अन्य उम्मीदवारों ने बापू परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र और उत्तरपुस्तिकाएं गैरकानूनी तरीके से बाहर ले जाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दीं, जिससे परीक्षा की गोपनीयता भंग हुई और आयोग की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची. इन सभी को तीन वर्ष के लिए प्रतिबंधित किया गया है।इसके अलावा एक उम्मीदवार को सोशल मीडिया पर आयोग के खिलाफ भ्रामक और अपमानजनक पोस्ट साझा करने के चलते उसे भी तीन साल के लिए आयोग की परीक्षाओं से वंचित किया गया है. अब इन 12 छात्रों को आयोग की परीक्षा में बैठने के लिए तीन साल के लिए इंतजार पड़ेगा. अब देखना होगा कि तब तक इनकी उम्र कितनी बची रहेगी?बहरहाल 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा को रद्द कराने को लेकर पटना के गर्दनीबाग में 2 महीने से अधिक समय से अभ्यार्थी प्रदर्शन कर रहे हैं. अभ्यर्थियों के एक समूह की ओर से पटना हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की गई है. इस संबंध में सुनवाई जारी है. इसी बीच आयोग ने मेंस परीक्षा की तिथि की भी घोषणा कर दी है. 25-30 अप्रैल के बीच परीक्षा होगी।