बिहार में तेजी से विकास हो रहा है,मोतिहारी में खूब गरजे पीएम मोदी

पीएम मोदी ने भोजपुरी भाषा में लोगों को प्रमाण किया। उन्होंने कहा कि राधामोहन सिंह मुझे हमेशा चंपारण आने का मौका देते रहते हैं। यह धरती चंपारण की धरती है। इस धरती ने इतिहास बनाया है। इस धरती ने गांधी जी को नई दिशा दिखाई। अब इसी धरती की प्रेरणा बिहार को भी नई दिशा दिखाएगी। आज मैं विकास परियोजनाओं की बधाई देता हूं। वहीं जनसभा में एक युवक ने पीएम के लिए राम मंदिर की कलाकृति लेकर आया था। पीएम ने मंच से युवक से पूछा आपने ही बनाया है? इसके बाद उन्होंने एसपीजी के जवानों को उस कलाकृति को लेने के लिए कहा। पीएम ने युवक की तारीफ की।

पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहारवासियों को 7217 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दे दी है। पीएम मोदी ने सड़क और रेल के विकास और इससे जुड़े कई चीजों का तोहफा दिया। पीएम पोदी ने कहा कि आज बिहार में रोड, रेल का खूब विकास हो रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि जैसे दुनिया में पूरब के देश आगे बढ़ रहे हैं। वैसे ही भारत में पूरब के राज्य आगे बढ़ रहे हैं। मैं स्पष्ट कहना चाहूंगा कि एक दिन मुंबई की तरह मोतिहारी, पुणे की तरह पटना, गुरुग्राम की तरह गयाजी के लोग बढ़े और विकास करे। पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र और राज्य में बिहार के लिए काम करने वाली सरकार है। मैं आपको एक आंकड़ा देता हूं कि जब केंद्र में कांग्रेस और राजद की सरकार थी तो 10 साल में दो लाख करोड़ रुपये ही बिहार को मिले। यानी यह लोग 10 साल में नीतीश कुमार और बिहारवासियों से बदला ले रहे थे। जब 2014 में हमारी सरकार बनी तो हमने बदला लेने वाली उस कुव्यवस्था को समाप्त कर दिया। कांग्रेस और राजद के मुकाबले कई गुणा पैसा एनडीए सरकार ने बिहार को दिया। यह पैसा विकास परियोजनाओं के लिए काम आ रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि साथियों यहां के युवाओं के यह जानना जरूरी है कि बिहार किस तरह से अंधकार में डूबा हुआ था? पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के युवाओं ने राजद और कांग्रेस का घमंड चूर कर दिया। उन्होंने कहा कि आज बिहार में तेजी से विकास हो रहा है। आप जानते हैं कि राजद और कांग्रेस के राज में कितने गरीबों के पास पक्के घर थे। लोग अपने घरों में रंगरोहन कराने से डरते थे। उन्हें डर था कि रंगरोहन देख कहीं मकान मालिक का अपहरण न हो जाए। हमने आज देखा कि लाखों-लाख माताएं बहनें हमें आशीर्वाद दे रही हैं। आप याद कीजिए कि अगर आप 10 रुपये भी कमाते थे तो उसे छिपाकर रखना पड़ता था। मोदी ने बैंकों से कहा कि गरीबों के लिए आप दरवाजे कैसे नहीं खोलेंगे। इसके बाद हमलोगों ने जनधन खाते खुलवाये। बिहार में भी साढ़े तीन करोड़ से अधिक जनधन खाते खुलवाए।