अनिल अंबानी की बदलने वाली है किस्मत,सुधर गई हालात,जान लीजिए कैसे कर पाए रिकवर?

अरबपति उद्योगपति अनिल अंबानी के चेहरे की रौनक इन दिनों लौट आई है. उनकी कंपनियों का परफॉर्मेंस सुधरने लगा है. नए कॉन्ट्रैक्ट मिल रहे हैं. कारोबार का विस्तार हो रहा है और कंपनियों के मार्केट वैल्यूएशन में भी सुधार आ रहा है. ऐसे में कर्ज के बोझ को कम करने के लिए उन्होंने 17,600 करोड़ रुपये लगाए. आखिर इतने पैसे जुटाने के लिए उनके पास क्या प्लान था?अनिल अंबानी के बेटे अनमोल ने जब से उनके कारोबार की बागडोर संभाली है, तब से उनके बिजनेस का कायाकल्प होना शुरू हो गया है. इसमें सबसे बड़ा सौदा था रिलायंस कैपिटल में जापान की कंपनी निप्पॉन का निवेश लाना. इस डील का असर दिखा और रिलायंस अनिल धीरू भाई अंबानी (Reliance ADAG) ग्रुप के कर्ज में कमी आने लगी, लेकिन अभी भी कंपनियों पर दबाव बना रहा. इसलिए उन्होंने 17,600 करोड़ रुपये जुटाए, लेकिन कहां से?अनिल अंबानी के ग्रुप की दो लिस्टेड कंपनी रिलायंस इंफ्रा और रिलायंस पावर ही हर आंधी—तूफान के बाद अब भी टिकी हुई हैं, जबकि उनकी ज्यादातर कंपनी कर्ज के बोझ तले दब गई़ं. इन दोनों कंपनियों और उनकी सब्सिडियरी ने पिछले साल सितंबर में कर्ज घटाना शुरू किया था और लोन का री—पेमेंट शुरू कर दिया था।इसकी शुरुआत अगस्त 2024 में दोनों कंपनियों में पैसे डालने से हुई. विदेशी कन्वर्टिबल करेंसी बॉन्ड (FCCB) और प्रिफरेंशियल इश्यू से कंपनी ने फंड रेजिंग शुरू की।दोनों कंपनियों ने मिलकर 4500 करोड़ रुपये के प्रिफरेंशियल इक्विटी इश्यू जारी किए.

इसके अलावा 7,100 करोड़ वरदे पार्टनर्स से जुटाए जो एफसीसीबी के माध्यम से आए. वहीं रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रा दोनों ने 3000—3000 करोड़ रुपये क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के माध्यम से जुटाए गए. ऐसे 17,600 करोड़ रुपये जुटाकर अनिल अंबानी ने कम बैक किया।अनिल अंबानी ग्रुप की दोनों लिस्टेड कंपनियों का टोटल मार्केट कैपिटलाइजेशन आज की तारीख में 33,000 करोड़ रुपये के आसपास है. हाल में अनिल अंबानी के कारोबार ने नई उड़ान भरना शुरू किया है. उनकी कंपनी क्लीन एनर्जी और डिफेंस कारोबार पर फोकस कर रहा है. हाल में रिलायंस पावर की कई सब्सिडियरी कंपनियों ने देश—विदेश में सोलर और ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट की डील की हैं।वहीं रिलायंस इंफ्रा ने जर्मनी की रहेनमेटल को गोला—बारूद सप्लाई करने की डिफेंस डील साइन की है. कंपनी रत्नागिरी में 1000 एकड़ में एक नई डिफेंस फैक्टरी भी लगाने जा रही है।