ED के बुलावे पर बोली आम आदमी पार्टी-सीएम केजरीवाल को करना चाहते हैं गिरफ्तार

 ED के बुलावे पर बोली आम आदमी पार्टी-सीएम केजरीवाल को करना चाहते हैं गिरफ्तार
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दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल को आज ED के सामने पेश होना था, लेकिन उन्होंने नोटिस को गैरकानूनी बताते हुए पेशी से इनकार कर दिया। बता दें कि ED का केजरीवाल को ये तीसरा समन है। आम आदमी पार्टी ने कहा है कि ED सिर्फ केजरीवाल को गिरफ्तार करना चाहती है। पार्टी ने सवाल पूछा कि चुनाव से ठीक पहले क्यों नोटिस दिया जा रहा है। उसने कहा कि बीजेपी केजरीवाल को चुनाव प्रचार से रोकना चाहती है।।इससे पहले भी ED केजरीवाल को 2 बार पूछताछ के लिए बुला चुकी है लेकिन पहले चुनाव प्रचार और फिर विपश्यना का हवाला देकर दिल्ली के मुख्यमंत्री हाजिर नहीं हुए। दोनों बार केजरीवाल ने ED के समन को गैर कानूनी भी बताया था। इस बार अभी तक केजरीवाल या उनकी पार्टी की तरफ से पेश होने को लेकर स्थिति साफ नहीं की गई है।

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पहली बार केजरीवाल को 2 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उस वक्त वह चुनाव प्रचार के लिए मध्य प्रदेश चले गए थे। उसके बाद 21 दिसंबर को विपश्यना का हवाला देकर हाजिर नहीं हुए।दिल्ली शराब घोटाले में जो चार्जशीट दाखिल हुई है उसमें आम आदमी पार्टी की टॉप लीडरशिप के नाम हैं। इसी केस में मनीष सिसोदिया करीब 11 महीने से जेल में हैं। संजय सिंह को इस केस में 3 महीने से जमानत नहीं मिली। अरविंद केजरीवाल को भी लग रहा है कि उन्हें लंबे समय जेल में रहना पड़ सकता है, इसलिये पार्टी हर तरह का नेरेटिव तैयार कर रही है। लेकिन इस बार केजरीवाल पर दबाव बढ़ गया है। पहली जनवरी को पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल का एक पुराना पोस्ट सोशल मीडिया पर डालते हुए उन्हें अपनी ही राय पर अमल करने की सलाह दी।केजरीवाल के 2 करीबी साथी मनीष सिसोदिया और संजय सिंह अभी जेल में हैं।केजरीवाल ने ये पोस्ट 24 नवंबर 2012 को किया था। इस पोस्ट में केजरीवाल ने लिखा था, ‘एक देशभक्त भारतीय के तौर पर मेरा सिर उस वक्त शर्म से झुक जाता है जब ED और CBI के कई समन के बाद भी हमारे भ्रष्ट नेता एजेंसियों के सामने पेश नहीं होते। जबकि उन्हें आरोप लगते ही अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।’ इसी पोस्ट पर नवजोत सिंह सिद्धू ने लिखा है, ‘जो ज्ञान आप देते हैं उस पर अमल भी करिए। ED का सामना करिए, भले ही ऐसा करना आपको पसंद न हो। बेदाग होने तक अपनी पोस्ट से इस्तीफा दो जैसा मैंने दिसंबर 2006 में किया था।

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