अफगानिस्तान के उद्योग मंत्री का बड़ा बयान,भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार और निवेश बढ़ाने के लिए तैयार है

 अफगानिस्तान के उद्योग मंत्री का बड़ा बयान,भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार और निवेश बढ़ाने के लिए तैयार है
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अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के बाद वहां के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री अलहाज नूरुद्दीन अजीजी इस समय भारत दौरे पर हैं।भारत और अफगानिस्तान के बीच मजबूत होते रिश्तों के बीच अलहाज नूरुद्दीन अजीजी ने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार, निवेश और राजनयिक जुड़ाव के एक बड़े स्तर के विस्तार का आह्वान किया है. भारत की ओर यह हाथ उस समय बढ़ाया जा रहा है जब पाकिस्तान के साथ तनाव के कारण अफगानिस्तान के व्यापार मार्ग अस्थायी रूप से बंद हो गए हैं और राजनयिक दरार बढ़ गई है. भारत की अपनी पहली यात्रा के दौरान एक निजी मीडिया चैनल से बात करते हुए, अजीजी ने कहा कि अफगानिस्तान भारत के साथ “व्यापार के लिए खुला” है और काबुल में भारतीय राजनयिकों के लिए पूर्ण सुरक्षा गारंटी प्रदान करने के लिए तैयार है।अजीजी की यात्रा अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी की दिल्ली यात्रा के कुछ ही हफ्तों बाद हो रही है. यह 2021 के बाद भारत में पहली उच्च स्तरीय तालिबान भागीदारी है और नई दिल्ली के साथ संबंधों को स्थिर करने के लिए काबुल द्वारा नए सिरे से प्रयास का संकेत देती है. इस दौरों और मजबूत होते रिश्तों के पीछे की कूटनीतिक पृष्ठभूमि जटिल है.

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दरअसल पिछले महीने ही, पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर झड़पों ने ताजा गतिरोध पैदा कर दिया है, जिससे व्यापार रुक गया और हजारों ट्रक फंस गए. अफगानिस्तान ने तब से व्यापारियों को तीन महीने के लिए पाकिस्तान से दवाओं के आयात को रोकने का आदेश दिया है, इस कदम को अजीजी ने “अस्थायी” बताया है. उन्होंने कहा कि काबुल गुणवत्ता वाले सामान और बेहतर शर्तों की पेशकश करने वाले पार्टनर्स को प्राथमिकता देता है।अजीजी ने खुलासा किया कि तालिबान प्रशासन भारत-अफगानिस्तान एयर कॉरिडोर को मजबूत करने के लिए एरियाना अफगान एयरलाइंस को सब्सिडी देने और अन्य निजी वाहकों (कैरियर्स) का समर्थन करने की योजना बना रहा है. इससे माल ढुलाई सस्ती और अधिक अनुमानित (प्रिडिक्टेबल) हो जाएगी. उन्होंने कहा, “अगर कोई भारतीय कंपनी इस हवाई गलियारे में निवेश करना चाहती है, तो उन्हें हमारी अनुमति है.” उन्होंने कहा कि आर्थिक आयोग ने अफगानी सूखे मेवों और भारतीय दवाओं सहित दोनों तरह के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए टैरिफ कम करने की सिफारिश की है।अफगानिस्तान के विशाल खनिज भंडार में भारत की रुचि पर मंत्री ने कहा कि जब तक कंपनियां अफगानिस्तान के खनन और दुर्लभ-पृथ्वी नियमों का पालन करती हैं, तालिबान सरकार भारतीय भागीदारी का स्वागत करती है. उन्होंने आश्वासन दिया, ”हम सभी को व्यापार के लिए समान पहुंच देते हैं,” उन्होंने संकेत दिया कि भारत अपनी तकनीकी बढ़त और प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण के कारण एक पसंदीदा भागीदार बना हुआ है।पहलगाम में हाल के आतंकवादी हमले और दिल्ली के लाल किले के पास आत्मघाती बम विस्फोट पर सवालों का जवाब देते हुए, अजीजी ने कहा कि उन्होंने केवल इन घटनाओं के बारे में संक्षेप में सुना है लेकिन भारत के साथ उन्होंने “शांतिपूर्ण संबंधों” के लिए अफगानिस्तान की इच्छा दोहराई. उन्होंने कहा, “हमने 50 साल तक कठिनाइयां देखी हैं. हम नहीं चाहते कि खून की एक बूंद भी बहायी जाए।अजीजी ने पुष्टि की कि अफगानिस्तान एक महीने के भीतर नई दिल्ली में एक वाणिज्यिक अटैची भेजेगा. साथ ही दोनों देशों में नए राजदूतों की नियुक्ति पर चर्चा प्रगति पर है. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री मुत्ताकी ने अफगान कैबिनेट को भारत में मिले “गर्मजोशी से स्वागत” और राजनयिक उपस्थिति बढ़ाने के लिए बातचीत में सकारात्मक गति के बारे में जानकारी दी थी।

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