मायवती ने अखिलेश यादव को जमकर घेरा,भाजपा की खूब की तारीफ!
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने संबोधन में समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला. कहा कि सपा सरकार स्मारक स्थल के टिकट का पैसा दबाए रही. सत्ता से बाहर रहने पर पीडीए याद आता है. जबकि भाजपा की तारीफ की. कहा कि भाजपा ने टिकट का पैसा इसकी मरम्मत में लगाया. हालांकि, मायावती ने यह भी कहा कि भाजपा ने उन पर फर्जी केस दर्ज करवाए. साथ ही कांग्रेस-भाजपा को एक जैसा बताया।बसपा प्रमुख मायावती ने मंच से समाजवादी पार्टी को घेरा. कहा- जब वे सरकार में रहते हैं तो न उन्हें PDA याद आता है, न कांशीराम जी की जयंती और न ही पुण्यतिथि. जब सत्ता से बाहर हो जाते हैं तो समाजवादी पार्टी को याद आता है कि हमें संगोष्ठी करनी चाहिए. मैं अखिलेश यादव से पूछना चाहती हूं कि यदि कांशीराम जी के प्रति आपका इतना ही आदर सम्मान था तो जब उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार थी और अलीगढ़ मंडल में कासगंज जिला बनाकर नाम कांशीराम जी के नाम पर रखा था तो सपा ने सत्ता में आते ही नाम क्यों बदल दिया.

बसपा की सरकार में कांशीराम जी के नाम पर अनेकों संस्थानों के नाम रखे, जो बदले गए. अनेक योजनाएं शुरू कीं, जिसे सपा ने सत्ता में आते ही बंद कर दिया. यह उनका दोहरा चरित्र नहीं है तो क्या है?बसपा सुप्रीमो ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. साथ ही वर्तमान भाजपा सरकार का आभार जताया. कहा कि कांशीराम स्मारक स्थल को देखने वाले लोगों के टिकटों का पैसा पूर्व की सपा की सरकार की तरह वर्तमान की भाजपा सरकार ने दबाकर नहीं रखा. बल्कि मरम्मत में खर्च किया है. जब हमारी सरकार थी तो तब हमने ही यह व्यवस्था की थी कि टिकट का पैसा लखनऊ में बने पार्क-स्मारक की व्यवस्था पर खर्च किया जाएगा. भाजपा की सरकार से पहले सपा की सरकार ने टिकट के पैसे को दबाकर रखे. एक पैसा खर्च नहीं किया. स्मारकों की हालत खराब हो गई थी. तब सीएम यूपी को पत्र लिखा. भाजपा सरकार ने इस मामले को दिखवाया. भरोसा दिया कि हम यह पैसा इन स्थलों पर लगाएंगे. दूसरी तरफ जब यूपी में सरकार थी तो उन्होंने कुछ खर्च नहीं किया. अब जब वो सत्ता से बाहर हैं तो मीडिया में खबर छपवा रहे हैं कि वे मान्यवर कांशीराम के सम्मान में संगोष्ठी करेंगे. सरकार में रहकर कुछ याद नहीं रहता।मायावती ने का कि देश में आमजन हित के मुद्दों पर आवाज उठाने के बजाय एक-दूसरे के देवी-देवता, धर्म पर टिप्पणी करने वाले राजनीति करते हैं. सभी धर्मों का पूरा आदर-सम्मान करना चाहिए. इसमें किसी को आई लव…आदि की राजनीति नहीं करनी चाहिए. पहलगाम की आतंकी घटना में कई महिलाओं के सिंदूर उजड़ गए थे. इसे रोका जा सकता था. यदि सुरक्षा का प्रबंध किया जाता. साथ ही कहा कि अमेरिका के टैरिफ से केंद्र को सचेत रहना होगा. स्वदेशी उत्पाद और आत्मनिर्भर भारत की बात हवा-हवाई न हो।
