अडानी ग्रुप के शेयर ने 13% तक की लगाई छलांग,हिंडनबर्ग के आरोप हुआ बेबुनियाद साबित

शेयर बाजार में गिरावट के रुझान के बीच अदानी ग्रुप के शेयर शुक्रवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 13 प्रतिशत तक उछल गए। दलाल स्ट्रीट पर इस जोरदार उछाल के पीछे की वजह खास है, जिसमें बाजार नियामक सेबी ने हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए स्टॉक हेराफेरी के आरोपों को खारिज कर दिया। इस फैसले के बाद निवेशकों के बीच विश्वास मजबूत हुआ और अदानी समूह की कंपनियों में तेजी से खरीदारी देखने को मिली।अदानी टोटल गैस ने बढ़त की कमान संभाली। इसका शेयर शुरुआती कारोबार में करीब 13 प्रतिशत उछलकर ₹606.80 से उछलकर ₹687.35 के उच्च स्तर तक पहुंच गया। सुबह 9:45 बजे तक यह शेयर 8.55% की मजबूती के साथ BSE पर कारोबार कर रहा था। लाइवमिंट की खबर के मुताबिक, अदानी पावर ने भी शानदार शुरुआत की और करीब 9% की बढ़त के साथ ₹686.95 तक पहुंच गए। वहीं, निफ्टी 50 में शामिल अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 5% उछलकर ₹2527.55 पर ट्रेड करता देखा गया।

अन्य प्रमुख अदानी कंपनियां जैसे अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस, अदानी ग्रीन एनर्जी, और अदानी पोर्ट्स के शेयरों में भी 2% से 3% तक की मजबूती दर्ज की गई। साथ ही समूह से जुड़ी सीमेंट कंपनियों सिगाची इंडस्ट्रीज, ACC, और अंबुजा सीमेंट भी 1% तक की तेजी देखने को मिली, जो बाजार की पॉजिटिव धारणा को दर्शाता है।भारतीय बाजार नियामक SEBI ने अपनी दो विस्तृत आदेशों में कहा है कि हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अदानी ग्रुप पर लगाए गए इनसाइडर ट्रेडिंग, बाजार में हेरफेर (मार्केट मैनिपुलेशन) और पब्लिक शेयरहोल्डिंग नियमों के उल्लंघन जैसे आरोप जांच के बाद निराधार पाए गए हैं। सेबी ने यह भी उल्लेख किया कि जिन लेनदेन और ऋणों (लोन) पर सवाल उठाए गए थे, वे सभी ब्याज सहित जांच शुरू होने से पहले ही चुका दिए गए थे, और धन के किसी प्रकार के दुरुपयोग का कोई आरोप सामने नहीं आया। सेबी ने अदानी ग्रुप की इस दलील को भी स्वीकार किया कि जिन लेनदेन को लेकर आरोप लगाए गए थे, वे सभी व्यवसाय के सामान्य संचालन के तहत किए गए वास्तविक व्यापारिक सौदे थे।