भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जरांगे को आखिरकार पहुंचाया गया अस्पताल,मामला हुआ गरम

मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मुंबई में भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जरांगे पाटिल को आखिरकार भूख हड़ताल खत्म करने के बाद इलाज के लिए छत्रपति संभाजीनगर स्थित गैलेक्सी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.मंगलवार देर रात अस्पताल में भर्ती होने के बाद डॉक्टरों ने उनकी जांच की. लंबे समय तक चले अनशन के कारण उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ा है. डॉ. विनोद चावरे ने बताया कि उन्हें अगले कुछ दिनों तक चिकित्सकीय निगरानी में रखा जाएगा. अनशन खत्म होने से मराठा समुदाय को राहत मिली है.फिलहाल उनका इलाज चल रहा है. डॉक्टरों ने उन्हें कम से कम दो हफ़्ते आराम करने की सलाह दी है.

उनके सभी मेडिकल टेस्ट हो चुके हैं. उसके बाद आगे का इलाज जारी है. मनोज जारंगे के आंदोलन के बाद, राज्य सरकार द्वारा उनकी मांगें मान लेने पर शहर में हर तरफ खुशी का माहौल है.इस फैसले का राज्य भर में स्वागत हो रहा है. छत्रपति संभाजीनगर जिले में भी मराठा समाज के विभिन्न वर्गों ने पटाखे फोड़कर, ढोल-ताश बजाकर जश्न मनाया. कई जगहों पर मिठाइयां बांटकर खुशी का इजहार किया गया.इस फैसले से मराठा समाज के छात्रों और युवाओं को राहत मिली है. राज्य सरकार और मनोज जारंगे की समाज द्वारा विशेष रूप से सराहना की जा रही है. समाज यह भावना व्यक्त कर रहा है कि मराठा समाज के संघर्ष की यह जीत ऐतिहासिक बन गई है. मराठा आंदोलनकारी मनोज जारंगे पाटिल के इलाज के लिए शहर आने की सूचना मिलने पर, मराठा बंधुओं ने आधी रात को अस्पताल के बाहर भारी भीड़ जमा कर दी.जैसे ही जारंगे पाटिल को लेकर एम्बुलेंस रात एक बजे अस्पताल परिसर में दाखिल हुई. वहां मौजूद लोगों ने पटाखे फोड़कर और फूल बरसाकर उनका स्वागत किया. भीड़ को देखते हुए शहर पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था तैनात कर दी थी. मनोज जारंगे पाटिल अगले 15 दिनों तक इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती रहेंगे. ऐसे में सहायक पुलिस आयुक्त मनीष कल्याणकर ने नागरिकों से अस्पताल परिसर में भीड़भाड़ से बचने की अपील की है, ताकि इलाज में कोई बाधा न आए.