पटना में बोले तेजस्वी,भाजपाई लोग लोकतंत्र की धरती से लोकतंत्र को खत्म कर देना चाहते हैं

बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे के बाद हेमंत सोरेन अभिवादन करते हुए अपना संबोधन शुरू किया और मुकेश सहनी और क्रिकेटर युसुफ पठान को बड़ा भाई कहकर संबोधित किया। आदाब, प्रणाम और सलाम करते हुए तेजस्वी ने कहा कि यह बिहार की धरती है, लोकतंत्र की जननी है। यह कुछ, कुछ भी नहीं दो भाजपाई लोग चुनाव आयोग के साथ मिलकर लोकतंत्र की धरती से लोकतंत्र को खत्म कर देना चाहते हैं। लोकतंत्र चाहिए या राजतंत्र चाहिए? यह लोग चाहते हैं कि बिहारी लोग को ठग लें। फैक्टरी लगाएंगे गुजरात में और वोट चाहिए बिहार में! हमारे मुख्यमंत्री इतनी बार पलटी मारे हैं कि इनका दिमाग चकरा गया है।एक इंजन अपराध और एक भ्रष्टाचार में लगा है।

अपना वोट कटने नहीं देना है। बड़ी चालाकी से फर्जी वोट जोड़े जा रहे हैं। इस सरकार को आने वाले चुनाव में उखाड़ फेंकना है। भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह बन गए हैं सीएम नीतीश कुमार। मंत्रीजी के यहां सुबह शाम जाते हैं। और, उनके विभाग के इंजीनियर पकड़े जाते हैं तो रुपए जला दिए जाते हैं। करोड़ों-अरबों जला दिए जा रहे हैं। यह नकलची सरकार है। हम जो कहते हैं, वह यह करने लगती है। यह सरकार नकल तो कर सकती है, विजन नहीं ला सकती है। तेजस्वी आगे-आगे और यह सरकार पीछे-पीछे। डुप्लीकेट सीएम चाहिए कि ओरिजनल सीएम चाहिए। अभी तो डुप्लीकेट सीएम का राज चल रहा है। हमलोग एफआईआर वगैरह से डरने वाले नहीं हैं। लालू प्रसाद की औलाद हैं। कृष्ण के वंशज हैं, जिनका जन्म ही जेल में हुआ था। लालूजी का खून तेजस्वी के अंदर है। मोदीजी झूठ बोलने की फैक्टरी हैं। इंडस्ट्री हैं, डिस्ट्रीब्यूटर हैं, होल सेलर हैं। वोट की चोरी करने वालों को उखाड़ फेंकना है।