पहलगाम मामले के समय पाकिस्तानी अधिकारी के संपर्क में थी ज्योति मल्होत्रा,कई चैट को कर चुकी है डिलीट

 पहलगाम मामले के समय पाकिस्तानी अधिकारी के संपर्क में थी ज्योति मल्होत्रा,कई चैट को कर चुकी है डिलीट
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पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में पकड़ी गई यू-ट्यूबर ज्योति मल्होत्रा से जांच एजेंसियां लगातार पूछताछ कर रहीं हैं। पहले वह ज्यादातर सवालों के जवाब में खुद को बेकसूर बता रही थी। पर, अब बदल-बदल कर बयान दे रही है। सूत्रों के मुताबिक वह जांच को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। वह पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव के संपर्क में थी, लेकिन सेना संबंधी या अन्य खुफिया जानकारी दुश्मन देश से साझा की है या नहीं, इसके बारे में भी नहीं बता रही। एजेंसियों को पता लगा है कि पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी दानिश के साथ दो बार बातचीत की चैट उसने डिलीट कर दी है। हालांकि ज्योति ने पूछताछ में इससे इनकार कर दिया। फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला को भेजे गए ज्योति के दो मोबाइल फोन और लैपटॉप से डाटा रिकवर कर इसका पता लगाया जाएगा।पुलिस का मानना है कि लैपटॉप और मोबाइल के क्लाउड डाटा से अहम सुराग मिल सकते हैं। ज्योति से मिलिट्री इंटेलीजेंस ने मंगलवार को छह घंटे तक पूछताछ की। चार सदस्यीय टीम ने उससे इसी साल जनवरी में पहलगाम जाने का कारण पूछा तो बोली- रूटीन में गई थी।

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मिलिट्री इंटेलिजेंस की पूछताछ में सामने आया कि पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों में विवाद बढ़ा, तब भी ज्योति पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) के संपर्क में थी। मार्च में पाकिस्तानी दूतावास में तैनात दानिश से ज्योति की बातचीत भी हुई थी। ज्योति से चार दिन से आईबी, एनआईए, मिलिट्री इंटेलीजेंस के अलावा हरियाणा पुलिस की सीआईए, सिविल लाइन थाना पुलिस पूछताछ कर रही है। लेकिन अभी तक कोई पुख्ता सुराग नहीं मिले हैं, जिससे पता चल सके कि उनसे पीआईओ को देश की गोपनीय जानकारियां साझा की हो।ज्योति तीन बार पाकिस्तान जा चुकी है। अप्रैल, 2024 की यात्रा में कुछ ऐसा था, जिससे वह शक के घेरे में आ गई। ज्योति 17 अप्रैल, 2024 को पाकिस्तान गई थी और 25 मई को लौटी। जबकि उसका वीजा कुछ दिनों का ही था। उसकी वीजा अवधि दानिश ने बढ़वाया था।

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