जानिए कब है महाशिवरात्रि?इस विधि से करें पूजा भगवान शंकर होंगे खुश!

शिव भक्तों को महाशिवरात्रि का बेसब्री से इंतजार रहता है. माना जाता है कि इस दिन व्रत रखकर विधि-विधान के साथ भगवान भोलेनाथ की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट समाप्त हो जाते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इस साल महाशिवरात्रि की तिथि को लेकर असमंजस की स्थिति बनी है। आइए जानते हैं कि इस बार महाशिवरात्रि कब है और क्या खास है?दरअसल में हर महीने की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है, लेकिन फाल्गुन महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. शिव पुराण के अनुसार इसी दिन माता पार्वती और भगवान शिव का विवाह संपन्न हुआ था. 2025 में 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा।

ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि हर साल फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है. इस साल चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 26 फरवरी सुबह 9 बजकर 19 मिनट से हो रही है और समापन अगले दिन 27 फरवरी दिन गुरुवार सुबह 8 बजकर 9 मिनट पर होगा. क्योंकि, महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा रात्रि में की जाती है, इसलिए 26 फरवरी को ही महाशिवरात्रि मनाई जाएगी।ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ की विधि विधान के साथ पूजा करनी चाहिए. इससे भगवान भोलेनाथ बेहद प्रसन्न होते हैं. महादेव की रात्रि के चार पहर में पूजा की जाती है. अगर भक्त महाशिवरात्रि पर गंगाजल से अभिषेक करें और अपनी मनोकामना लिए 108 बेलपत्र अर्पण कर पूजा करें, साथ में रात्रि जागरण करें तो भक्त की सारी मनोकामनाएं भोले बाबा पूर्ण करते हैं।