कांग्रेस नेताओं में शुरू हुई खींचतान,हरियाणा चुनाव में बीजेपी उठाएगी पूरी फायदा

हरियाणा में इस बार के विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प होने जा रहे हैं। एक तरफ जहां बीजेपी एंटी-इंकम्बैंसी फैक्टर के साथ कई अन्य मुद्दों से जूझ रही है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस में गुटबाजी हावी होती नजर आ रही है। कई सियासी पंडितों का मानना है कि बीजेपी के लिए यह चुनाव आसान नहीं होने जा रहा है तो दूसरी तरफ कुछ ऐसे एक्सपर्ट भी हैं जो हरियाणा कांग्रेस में जारी वर्चस्व की जंग को पार्टी के लिए अच्छा नहीं मान रहे। यही वजह है कि हरियाणा में इस बार बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़े मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही है।यह बात अब पर्दे के बाहर आ चुकी है कि हरियाणा कांग्रेस में कम से कम 3 गुटों के बीच वर्चस्व की जंग छिड़ी हुई है। एक तरफ जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पूरे दमखम के साथ मैदान में जुटे हैं, तो दूसरी तरफ लोकसभा सांसद कुमारी शैलजा और पार्टी के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला भी दावेदारी में पीछे नहीं हैं।

इन नेताओं के बीच हरियाणा कांग्रेस पर अपना अधिकार जमाने की होड़ पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में छाई रही है। हालांकि यह भी सच है कि चुनावों से पहले कांग्रेस अच्छी स्थिति में नजर आ रही है और उसके नेता आत्मविश्वास से भरे दिख रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो उसके लिए चुनौतियों की कमी नहीं है। सबसे पहले तो पार्टी को 10 साल की एंटी-इंकम्बैंसी की काट ढूंढ़नी होगी और उसके बाद भी किसानों से लेकर पहलवानों तक के मुद्दे मुंह बाए खड़े हैं। ‘अग्निवीर’ का मुद्दा भी हरियाणा की सियासत में खूब छाया हुआ है और अगर इस मुद्दे पर वोट पड़े तो बीजेपी को काफी घाटा हो सकता है। इसके अलावा टिकटों के बंटवारे के साथ ही कुछ जगह से अंसतुष्टियों की खबरें भी सामने आने लगी हैं जो कहीं से भी पार्टी के लिए अच्छा संकेत नहीं है।